करगिल: लद्दाख के करगिल जिले में आज पहाड़ में ब्लास्ट के साथ 'जोजिला टनल' का काम शुरू हो गया है. इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे. ब्लास्ट के बाद केंद्रीय मंत्री गडकरी ने जोजिला टनल पर एक किताब का भी विमोचन किया. इस टनल को बनाने में केंद्र सरकार 6809 करोड़ रुपए खर्च करेगी.
करगिल जिले के द्रास और सोनमर्ग के बीच प्रस्तावित ज़ोजिला टनल के निर्माण के लिए आज दोपहर करीब 12 बजे ब्लास्ट किया गया. 11575 फीट की ऊंचाई पर बनने वाली ये टनल बेहद आधुनिक होगी. इस टनल की लंबाई 14.15 किलोमीटर होगी, जिसे बनाने में 6809 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
सबसे आधुनिक सुरंगों में से एक होगी जोजिला टनल
करगिल में बनने वाली जोजिला टनल हर लिहाज से दुनिया के सबसे आधुनिक सुरंगों में से एक होगी. अटल टनल की तरह ही जोजिला सुंरग बनाने का सपना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देखा था जिसे अब मोदी सरकार पूरा करने जा रही है.
करगिल के जोजिला दर्रे को दुनिया का सबसे खतरनाक दर्रा माना जाता. टनल के बनने से एक तो इसे पार करने का जोखिम कम होगा और जो दूरी को तय करने में तीन घंटे लगते थे वो महज 15 मिनट में पूरी हो जाएगी. जोजिला सुरंग, श्रीनगर, करगिल और लेह को आपस में जोड़ने में मददगार होगी. सुरंग से सेना को ना सिर्फ चीन सीमा बल्कि पाकिस्तानी की सीमा पर भी जवानों की तैनाती में मदद मिलेगी.
अटल सुंरग की वजह से लेह लद्दाख जाने का रास्ता आसान हुआ
बता दें कि दस हजार फीट की ऊंचाई पर पहाड़ के सीने को चीर कर बनाई गई अटल सुंरग की वजह से लेह लद्दाख जाने का रास्ता साल के बारहों महीने के लिए खुल गया है. इसकी बदौलत अब हमारी सेना बड़ी तेजी से सरहदी इलाकों में अपना सोजा सामान पहुंचा सकती है.
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