India China Border: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के लद्दाख में चीनी अतिक्रमण को लेकर उठाए गए सवालों पर लद्दाख सांसद मोहम्मद हनीफा ने पलटवार किया है. इस दौरान सांसद मोहम्मद हनीफ़ा ने कहा कि चीन कुछ हद तक हमारी ज़मीन पर आया है, इससे स्थानीय लोग परेशान हैं, लेकिन हमारी भारतीय सेना डटकर खड़ी हुई है.
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा लद्दाख में चीनी अतिक्रमण को लेकर उठाए गए सवालों से यह मुद्दा फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है. इसको लेकर लद्दाख से सांसद मोहम्मद हनीफ़ा ने भी चिंता ज़ाहिर की है. ABP न्यूज से ख़ास बातचीत में मोहम्मद हनीफ़ा ने कहा कि यह आज की बात नहीं है. चीन पिछले कई सालों से ऐसी हरकत करता रहा है. इस पर ध्यान देने की ज़रूरत है. हनीफा ने कहा कि वास्तविक स्थिति का जायजा लेने जाऊंगा फिर इस पर सदन में अपनी बात रखूंगा.
सेना कर रही हमारी रक्षा
वहीं, लद्दाख से सांसद मोहम्मद हनीफ़ा ने कहा कि चीन कुछ हद तक हमारी ज़मीन पर आया है. उस बार्डर एरिया में जो लोग रहते हैं, वे अपनी ज़मीनों को लेकर परेशान हैं. लेकिन गलवान घाटी जो घटना हुई, उसमें या उसके बाद भी हमारी भारतीय सेना डटकर खड़ी हुई है. यह चुनौती तो बड़ी है, लेकिन हमें यक़ीन है कि हमारी सेना चुनौती इसे सही तरीक़े से हैंडल करेगी और इसका डटकर मुक़ाबला करेगी.
भारत सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर दे रही जोर
हालांकि, भारत सरकार की ओर से इस इलाक़े में किए जा रहे विकास के कामों, ख़ासतौर पर बार्डर एरिया में इंफ़्रास्ट्रक्चर का भी हनीफ़ा ने ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि “बॉर्डर के उस पार चीन इंफ्रास्ट्रक्चर मज़बूत करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अब हमारी तरफ़ से भी इंफ्रास्ट्रक्चर पर ज़ोर दिया जा रहा है. जोजिला टनल बन रहा है, क्योंकि लद्दाख 4-5 महीने के लिए बाक़ी देश से कट जाता है.
उन्होंने कहा कि बार्डर एरिया में रोड कनेक्टिविटी पर सरकार को ध्यान देना चाहिए. कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा, कई टनल का अनाउंसमेंट भी हुआ है, उनपर भी तेज़ी से काम हो, तो बॉर्डर एरिया में इंफ्रास्ट्रक्चर मज़बूत होगा.”
केन्द्रशासित बनने से छीने गए लद्दाख के लोकतांत्रिक अधिकार- मोहम्मद हनीफ़ा
बता दें कि, लद्दाख में कई स्थानीय राजनीतिक और सामाजिक संगठन मिलकर पूर्ण राज्य के लिए आवाज़ उठा रहे हैं. इसको लेकर सांसद मोहम्मद हनीफ़ा का कहना है कि वे इन्हीं मुद्दों पर निर्दलीय चुनाव जीतकर आए हैं. हनीफ़ा का यहां तक कहना है कि केन्द्रशासित प्रदेश बनाए जाने के बाद से लद्दाख के लोकतांत्रिक अधिकार छीने गए हैं.
ट्राइबल कम्यूनिटी अपने भविष्य को लेकर परशान
इस दौरान सांसद हनीफ़ा ने कहा कि साल 2019 में जब जम्मू-कश्मीर से अलग करके लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया, तब हमें जो उम्मीद थी, वो अब ख़त्म हो चुकी है. हमारे लोकतांत्रिक अधिकार छीन गए हैं, अब वहां ब्यूरोक्रेसी का राज स्थापित है. धारा 370 और 35(A) हमारे लिए सेफ़गार्ड था. जबकि, लद्दाख में 95 फ़ीसदी ट्राइबल कम्यूनिटी है और वे लोग अपने भविष्य को लेकर परेशान हैं.
2019 के बाद से रिक्रूटमेंट सिस्टम पड़ा- मोहम्मद हनीफ़ा
अपनी मांगें दोहराते हुए मोहम्मद हनीफ़ा ने कहा कि “लद्दाख को छठी सूची में शामिल किया जाए, अलग से PSC की स्थापना हो, क्योंकि, 2019 के बाद से ही लद्दाख में रिक्रूटमेंट सिस्टम ठप्प पड़ा हुआ है. क्षेत्रफल के हिसाब से लद्दाख सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र है. इसलिए हमारी मांग है कि कारगिल और लद्दाख दो संसदीय क्षेत्र बनाए जाएं.
ये भी पढ़ें: 'चाहते क्या हैं, पहले आप अपना होमवर्क कीजिए', वकील की दलीलों पर झल्लाकर बोला सुप्रीम कोर्ट, जानें क्या है पूरा मामला