Sonam Wangchuk: 'लद्दाख में चीन ने कब्जाई जमीन, LAC तक रैली कर दिखाऊंगा हकीकत', कड़कड़ाती ठंड में भूख हड़ताल पर बैठे सोनम वांगचुक की चेतावनी
Sonam Wangchuk Hunger Strike: वांगचुक ने बताया कि मार्च वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ-साथ पैंगोंग त्सो झील, डेमचोक, चुशुल के उत्तरी और दक्षिणी तटों पर 27 मार्च और 7 अप्रैल को निकाला जाएगा.
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Sonam Wangchuk Latest Video: पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने मंगलवार को कहा कि लद्दाख से लगभग 10,000 लोग इस महीने चीन की सीमा तक मार्च करेंगे ताकि यह दिखाया जा सके कि हमने अपनी कितनी जमीन पड़ोसी देश को खो दी है. वांगचुक लद्दाख के लिए संवैधानिक सुरक्षा उपायों और अन्य मांगों को लेकर पिछले 14 दिनों से लेह में शून्य से नीचे के तापमान में भूख हड़ताल पर बैठे हैं.
वांगचुक ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमें चरवाहों से पता चलता है कि उन्हें अब उन जगहों पर जाने की अनुमति नहीं है जहां वे पहले हमेशा जाते थे. जिन इलाकों में चरवाहे कुछ साल पहले तक जाते थे, अब उससे कई किलोमीटर पहले उन्हें रोक दिया जाता है. हम वहां जाएंगे और दिखाएंगे कि जमीन गई है या नहीं. उन्होंने बताया कि हमारा मार्च चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर फिंगर एरिया (पैंगोंग त्सो के उत्तरी और दक्षिणी तट), डेमचोक, चुशुल समेत अन्य इलाकों से निकलेगा. हम अपना मार्च जिन दो तारीखों पर निकालेंगे वो 27 मार्च और 7 अप्रैल है.
BEGINNING OF DAY 14 OF MY #CLIMATEFAST
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) March 19, 2024
250 people slept hungy in - 12 °C to safegurad Ladakh's land, environment and tribal indigenous culture
Our nomads are losing prime pasture land to huge Indian industrial plants to the south & Chinese encroachment to the north
To show the… pic.twitter.com/to4jUyaPJc
उत्तर से चीन कर रहा जमीन पर कब्जा
वांगचुक ने बताया कि इसके अलावा हम अपने मार्च के दौरान उन क्षेत्रों, प्रमुख चारागाह भूमि को भी दिखाएंगे, जिन्हें सौर पार्क में बदला जा रहा है. लोग कॉरपोरेट्स के हाथों अपनी जमीन खो रहे हैं. वांगचुक ने बताया कि यहां के लोग करीब 1,50,000 वर्ग किमी मुख्य चारागाह भूमि खो चुके हैं. उत्तर से चीन अतिक्रमण कर रहा है, चीनियों ने पिछले कुछ वर्षों में भूमि के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है. कुछ लोगों ने बताया कि सीमा विवाद के कारण पूर्वी लद्दाख के कुल 65 पैट्रोलिंग पॉइंट में से कम से कम 26 पॉइंट पर गश्त नहीं की जा रही है.
किन मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं सोनम वांगचुक?
लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस (केडीए) के सदस्य, जो क्रमशः लद्दाख में बौद्ध बहुमत और शिया मुस्लिम बहुल क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं, संयुक्त रूप से लद्दाख के लिए राज्य का दर्जा, संविधान की छठी अनुसूची में लद्दाख को शामिल करने की मांग, स्थानीय लोगों के लिए नौकरी में आरक्षण, लेह और कारगिल में से प्रत्येक के लिए एक संसदीय सीट की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं.
बीजेपी सरकार पर लगाया मांग नहीं पूरा करने का आरोप
दूसरी तरफ बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार छठी अनुसूची की मांग को पूरा करने से साफ इनकार कर रही है. वांगचुक का कहना है कि सरकार छठी अनुसूची पर अपना वादा निभाने से इनकार कर रही है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हम यह नहीं दे सकते, लेकिन हम आपको कुछ संवैधानिक सुरक्षा देंगे. यह विश्वास तोड़ने जैसा है. वांगचुक ने कहा कि वह भारत के लोगों को इसके प्रति जागरूक करेंगे.
'लोग निराश, बीजेपी को नहीं मिलेगी यहां से एक भी सीट'
उन्होंने कहा कि लोग निराश, हताश और क्रोधित हैं. आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां एक भी सीट नही मिलेगी. हम सिर्फ लद्दाख को नहीं, बल्कि पूरे देश को जगाने की कोशिश कर रहे हैं. अगर इसी तरह चुनावी वादों का सम्मान किया जाता है तो चुनाव एक मजाक बनकर रह जाएगा. हमने इस पार्टी को दो बार सत्ता में लाने के लिए वोट क्यों दिया?
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