लद्दाख: भारत और चीन के बीच पांच महीने से अधिक समय से सीमा पर तनाव है. इस तनाव को कम करने के लिए सोमवार को भारत और चीन ने सातवें दौर की सैन्य वार्ता की. इस बैठक में भारत ने बीजिंग से अप्रैल पूर्व की यथास्थिति स्थापित करने और विवाद के सभी बिन्दुओं से चीनी सैनिकों की पूर्ण वापसी करने को कहा.


सूत्रों ने बताया कि पूर्वी लद्दाख में कोर कमांडर स्तर की वार्ता दोपहर करीब 12 बजे वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चुशूल क्षेत्र में भारतीय इलाके में हुई और साढ़े आठ बजे के बाद भी जारी रही.


सीमा विवाद छठे महीने में प्रवेश कर चुका है. विवाद का जल्द समाधान के आसार कम ही दिखते हैं. दोनों देशों ने बेहद ऊंचाई वाले क्षेत्रों में करीब एक लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं जो लंबे गतिरोध में डटे रहने की तैयारी है.


वार्ता के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि एजेंडा विवाद के सभी बिन्दुओं से सैनिकों की वापसी के लिए एक प्रारूप को अंतिम रूप देने का था.


भारतीय प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और विदेश मंत्रालय में पूर्वी एशिया मामलों के संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव कर रहे रहे हैं. ऐसा माना जाता है कि वार्ता में चीनी विदेश मंत्रालय का एक अधिकारी भी चीनी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा है.


ऐसा लगता है चीन और पाकिस्तान एक ‘मिशन’ के तहत सीमा पर तनाव पैदा करते हैं- राजनाथ सिंह