Lakhimpur Case: अजय कुमार टेनी को ब्लैकमेल करने के आरोप में 5 गिरफ्तार, सबूत का दावा कर करोड़ों की कर रहे थे मांग
Lakhimpur Case Update: लखीमपुर हिंसा मामले में गृह राज्य मंत्री अजय कुमार टेनी को ब्लैकमेल करने के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
Lakhimpur Violence: नॉर्थ एवेन्यू पुलिस ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को ब्लैकमेल करने के आरोप में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये सभी गृह राज्य मंत्री को लखीमपुर खीरी कांड की वीडियो लीक करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहे थे और 2 करोड़ की मांग कर रहे थे.
दरअसल 17 दिसंबर को अजय मिश्रा टेनी की तरफ से दिल्ली पुलिस मुख्यालय को शिकायत दी गई थी कि उनके नम्बर पर कुछ वीओआईपी कॉल्स आ रहे हैं और उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है. ये सभी कॉल अजय मिश्रा टेनी के PA रिसीव कर रहे थे. कॉल करने वाले लखीमपुर खीरी कांड की वीडियो को लीक करने की धमकी देकर 2 करोड़ की मांग कर रहे थे और कॉल कई बार आ रही थी.
शिकायत मिलते ही नॉर्थ एवेन्यू पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया क्योंकि यह मामला गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ट्रेनी से जुड़ा था. ब्लैकमेलर को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई गईं. जिन नंबरों से ब्लैकमेलर के फोन आ रहे थे, उन नंबरों की जांच शुरू की गई. आरोपियों को पकड़ना पुलिस के लिए आसान नहीं था क्योंकि वह वीओआईपी कॉल के जरिए गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को कॉल कर रहे थे. और आखिरकार टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. चार आरोपी नोएडा से गिरफ्तार हुए जबकि एक को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया. इनके नाम अमित काला, अश्विन, अमित, संदीप, निशांत है.
पुलिस ने इनके पास से मोबाइल फोन, कॉल करने वाले इक्विपमेंट बरामद किए हैं. पुलिस की मानें तो इनमें से कुछ आरोपी BPO में काम कर चुके हैं और कुछ कर रहे थे. पुलिस की मानें तो इनमें से एक आरोपी पर पहले भी चीटिंग का मामला दर्ज था. इतना ही नहीं, ये सभी तकनीक के जानकार थे. यही वजह है कि ये VOIP कॉल कर रहे थे.
पुलिस के सूत्रों की मानें तो इन्होंने कहीं से गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का नंबर निकाला और उन्हें कॉल करना शुरू किया. सूत्रों का ये भी कहना है कि ये फोन कभी नोएडा से तो कभी किसी पार्क में बैठकर करते थे. पुलिस की टीम इन सभी आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है. कोर्ट में पेश करके पुलिस इनकी रिमांड की मांग करेगी ताकि इनके और टारगेट और मंसूबों का पता लगाया जा सके. सूत्रों के मुताबिक इनके पास से लखीमपुर खीरी का कोई वीडियो नहीं मिला है.