Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी हिंसा पर आज सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई, जानें इस केस में क्या-क्या हुआ
Lakhimpur Kheri Violence: पिछली सुनवाई में कोर्ट ने इस बात पर असंतोष जताया था कि पुलिस ने आरोपियों को रिमांड पर रखने पर ज़ोर नहीं दिया.
Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. यूपी पुलिस को अब तक हुई कार्रवाई का ब्यौरा कोर्ट को देना है. हफ्ते भर पहले सुप्रीम कोर्ट की तरफ से जांच को लेकर यूपी पुलिस को कड़ी फटकार लगाई गई थी. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने इस बात पर असंतोष जताया था कि पुलिस ने आरोपियों को रिमांड पर रखने पर ज़ोर नहीं दिया. उन्हें आसानी से न्यायिक हिरासत में जाने दिया. कोर्ट ने मजिस्ट्रेट के सामने गवाहों के बयान दर्ज न होने के लिए भी एसआईटी को फटकार लगाई थी.
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया क्षेत्र में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शनिवार को तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के अनुसार अब तक इस मामले में कुल 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सिंगही कस्बे के मोहित त्रिवेदी, तिकुनिया कोतवाली क्षेत्र के रिंकू राणा और धर्मेंद्र सिंह के रूप में हुई. अधिकारी ने बताया कि पुलिस हिरासत में लेकर अन्य आरोपियों से की गई पूछताछ के दौरान इनके नाम सामने आए, जिसके बाद इनकी गिरफ्तारी की गई.
इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' का बेटा आशीष मिश्रा उर्फ मोनू मुख्य आरोपी है. आशीष मिश्रा उर्फ मोनू, जिसे नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था, फिलहाल पुलिस हिरासत में है. इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों में भाजपा वार्ड सदस्य सुमित जायसवाल, अंकित दास, लतीफ उर्फ काले, शेखर भारती, शिशु पाल, सत्य प्रकाश त्रिपाठी उर्फ सत्यम, नंदन सिंह बिष्ट, आशीष पांडे और लवकुश राणा शामिल हैं. आशीष पांडे और लवकुश राणा को छोड़कर अन्य सात आरोपियों को भी पूछताछ के लिए पुलिस ने अदालत की अनुमति के बाद अपनी हिरासत में लिया था.
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