(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lakhimpur Kheri Violence: प्रियंका गांधी ने कहा- 38 घंटे बाद भी नहीं बताया गया मेरे ऊपर क्या है आरोप, वकील से भी नहीं करने दी जा रही बात
Lakhimpur Kheri Violence: कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मैंने सोशल मीडिया पर पेपर का हिस्सा देखा है, जिसमें 11 लोगों के नाम है, उनमें से 8 लोग मेरी गिरफ्तारी के वक्त वहां पर मौजूद ही नहीं थे.
Lakhimpur Kheri Violence: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर सियासत लगातार गरमाती जा रही है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कि गिरफ्तारी के बाद यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. प्रियंका गांधी ने एक लिखित बयान जारी कर मंगलवार को कहा कि उन्हें लखीमपुर खीरी जाते वक्त सीतापुर पीएसी कंपाउंड ले जाया गया. उन्होंने कहा कि उन्हें ये भी अब तक नहीं बताया गया कि आखिर किन परिस्थितियों में या फिर किन धाराओं में उनके साथ ऐसा किया गया है.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मैंने सोशल मीडिया पर पेपर का हिस्सा देखा है, जिसमें 11 लोगों के नाम हैं, उनमें से 8 लोग मेरी गिरफ्तारी के वक्त वहां पर मौजूद ही नहीं थे. हकीकत ये है कि उन लोगों में से 2 ऐसे लोगों का नाम शामिल किया है, जो 4 अक्टूबर को लखनऊ से मेरे लिए कपड़े लेकर आए थे.
Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra says after she was taken to Sitapur PAC compound following detention on way to Lakhimpur Kheri, "no further communication regarding circumstances or reason, or sections under which I've been charged have been communicated to me" pic.twitter.com/rVgWHoM8gw
— ANI (@ANI) October 5, 2021
प्रियंका गांधी ने अपने बयान में कहा कि जिस वक्त वह लखीमपुर खीरी जा रही थी उस समय चार अन्य लोगों के साथ वह गाड़ी में यात्रा कर रहीं थीं. इनमें दो स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सांसद दीपेन्द्र हुड्डा और संदीप सिंह मौजूद थे. उन्होंने कहा कि इन चारों के अलावे और न ही कोई सुरक्षाकर्मी थे और न ही कोई कांग्रेसी कार्यकर्ता.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि जिस वक्त मुझे पीएसी कंपाउंड सीतापुर लाया गया उस समय दो महिला और 2 पुरूष कांस्टेबल मौजूद थे. पीएसी कंपाउंड लाने के बाद 5 अक्टूबर की शाम साढ़े छह बजे तक 38 घंटे हो गए, लेकिन मुझे यूपी पुलिस या प्रशासन की तरफ से यह नहीं बताया गया कि आखिर किन परिस्थितियों में या फिर किन कारणों की वजह से मेरे ऊपर चार्ज लगाया गया है.
प्रियंका ने कहा कि मुझे न ही कोई नोटिस दिया गया और न ही एफआईआर दिखाई गई है. इसके साथ ही, न मुझे मजिस्ट्रेट या फिर किसी अन्य ज्यूडिशियल ऑफिसर के सामने पेश किया गया. इसके साथ ही, मुझे वकील से भी नहीं मिलने दिया गया, जो सुबह से ही गेट पर खड़े हैं.
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