Lakhimpur Violence: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने की मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से कल तक स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा है. सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना ने यह भी कहा कि सरकार बताए कि इस हिंसा में किन-किन लोगों की मौत हुई है. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में कल भी सुनवाई जारी रहेगी.
दो वकीलों ने लिखी थी CJI को चिट्ठी
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना ने बताया कि इस मामले में दो वकीलों ने मुझे चिट्ठी लिखी थी. उनके नाम शिवकुमार त्रिपाठी और सीएस पांडा हैं. हमने चिट्ठी पर संज्ञान लिया. हालांकि रजिस्ट्री ने इसे स्वतः संज्ञान केस की तरह लिस्ट किया है. सुनवाई के दौरान सीजेआई रमना ने दोनों वकीलों वीडियो कांफ्रेंसिंग से जोड़ने कहा.
चिटठी लिखने वाले वकील ने SC से उचित आदेश देने की मांग की
सुनवाई के दौरान एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट से सभी 8 मौतों पर रिपोर्ट लेने का अनुरोध किया. जिसपर चीफ जस्टिस ने कहा कि वह सबको सुनने के बाद ज़रूरी आदेश देंगे. वहीं, वकील शिवकुमार त्रिपाठी ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के चलते कई किसानों की मौत हुई. हम अनुरोध करते हैं कि कोर्ट इस पर उचित आदेश दे. शिवकुमार त्रिपाठी ने यह भी कहा कि लखीमपुर खीरी में मानवाधिकार का हनन हुआ.
इसके बाद सीजेआई रमना ने वकील त्रिपाठी से पूछा कि आप क्या चाहते हैं? त्रिपाठी ने कहा कि एफआईआर हो. सीजेआई ने कहा कि एफआईआर तो हो चुकी है. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की वकील गरीमा ने पूछा कि आगे क्या हो रहा है? इस गरिमा ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, इसपर एसआईटी बनी है और न्यायिक जांच आयोग भी गठित हुआ है. सीजेआई ने पूछा कि आयोग के अध्यक्ष कौन हैं?
मृतक लवप्रीत की बीमार मां का इलाज कराए सरकार- SC
वकील गरिमा ने बताया कि आयोग के अध्यक्ष हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हैं. कल तक हम आपको अब तक की पूरी जानकारी देंगे. इसपर सीजेआई ने कहा कि कल आप स्टेटस रिपोर्ट दें. यह भी बताएं कि हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिकाओं की स्थिति है. वहीं, जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि हमें यह भी बताएं कि किन-किन लोगों की मृत्यु हुई है. सीजेआई ने कहा कि हमें एक वकील ने जानकारी दी है कि मृतक लवप्रीत की मां बीमार हैं. राज्य सरकार उनका इलाज करवाए.