Bharat Ratna To LK Advani: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा पर उनकी बेटी प्रतिभा आडवाणी का पहला रिएक्शन आ गया है. प्रतिभा आडवाणी का इसपर कहना है, "मुझे और पूरे परिवार को बहुत खुशी है. निश्चित ही आज मुझे जिसकी सबसे ज्यादा याद आ रही है वो मेरी मां हैं, जिनका दादा (लालकृष्ण आडवाणी) के जीवन में बहुत बड़ा योगदान रहा है.


प्रतिभा आडवाणी से जब सवाल किया गया कि भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की जानकारी सुनकर लाल कृष्ण आडवाणी का क्या रिएक्शन था. उन्होंने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'मैंने जब दादा (लाल कृष्ण आडवाणी) को बताया तो वे बहुत खुश थे. उन्होंने यही बात कही कि उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा में लगाया और देश के शुक्रगुजार हैं.' प्रतिभा ने कहा कि वह जीवन भर में बहुत कम बोलने वाले इंसान रहे हैं लेकिन स्वाभाविक सी बात है कि उनकी आंखों में आंसू थे. मैं मानती हूं कि उनके जीवन के इस पड़ाव पर इस तरह के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जाना बहुत बड़ी बात है.


पीएम से बात कर आंखों में आ गए थे आंसू


प्रतिभा ने बताया कि भारत रत्न की घोषणा के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात की तो वह बहुत भावुक हो गए थे. उनकी आंखों में आंसू आ गए थे. प्रतिभा कहती हैं, "आडवाणी जी बहुत भावुक हैं. जब वह तिरंगे को नमन करते हैं तब भी उनकी आंखों में आंसू आ जाते हैं. उनकी कोई सराहना करता है तब भी उनकी आंखों में आंसू आ जाते हैं. जब देश की कोई बात आती है तब भी बहुत भावुक हो जाते हैं."


अटल बिहारी वाजपेयी और दीनदयाल उपाध्याय को भी किया याद


प्रतिभा ने यह भी बताया कि इस मौके पर उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय (जनसंख्या के संस्थापक) और अटल बिहारी वाजपेयी ( दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री) को भी याद किया. प्रतिभा ने बताया कि उनकी मां (प्रतिभा की) को भी आडवाणी की याद कर रहे थे, क्योंकि उन्होंने उनके पारिवारिक जीवन और राजनीतिक संघर्ष में हमेशा साथ दिया था.





PM मोदी ने की भारत रत्न की घोषणा


भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से नवाजे जाने की जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दी. पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें ये साझा करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. पीएम मोदी ने कहा, 'मैंने उनसे बात की और उन्हें बधाई दी. आडवाणी हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक हैं और भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है.'





कराची में हुआ था जन्म, दिलचस्प रहा है राजनीतिक सफर


96 वर्षीय लालकृष्ण आडवाणी का  जन्म 1927 में पाकिस्तान के कराची में हुआ था. उनका राजनीतिक सफर दिलचस्प रहा है. 1942 में ही वो राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के स्वयंसेवक बन गए थे और आजादी की लड़ाई में भी सक्रिय रहे. आजादी के बाद उनका पूरा परिवार पाकिस्तान से भारत आ गया था. यहां वो पहले जनसंघ से जुड़े, फिर जनता पार्टी में दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अहम जिम्मेदारी संभालते रहे. आपातकाल के बाद भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य बने. 1988 में वे पहली बार भारत के गृह मंत्री बने. जून 2002 से मई 2004 तक अटल बिहार वाजपेयी की सरकार के दौरान वो देश के उप प्रधानमंत्री रहे.


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