नई दिल्ली: राबड़ी देवी के 'संस्कारी बहू' को लेकर दिए बयान के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मचने के बाद अब लालू यादव ने इस पर सफाई दी. लालू यादव ने 'संस्कारी बहू' की परिभाषा बताई है.
क्या बताया लालू यादव ने ?
लालू यादव ने ट्वीट किया, ''संस्कारी बहू का का मतलब घूंघट में रहने वाली, घर में रहने वाली, दूसरे पर आश्रित महिला नहीं होता है. इसका मतलब होता है मजबूत इच्छा शक्ति वाली, प्यार करने वाली, ध्यान रखने वाली महिला, फिर चाहे वो कामकाजी महिला हो या गृहणी हो.''
राबड़ी देवी ने भी दी सफाई
अपने बयान पर सफाई देते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि मीडिया ने मेरे बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया. राबड़ी देवी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ''मैंने यह नहीं कहा कि मुझे मॉल या सिनेमा जाने वाली बहू नहीं चाहिए. सिनेमा वाली बहु से मेरा तात्पर्य फिल्मी कलाकारों से था, ना कि वे लड़कियां जो 'मॉल-सिनेमा' देखने जाती हैं. ना तो मैं फिल्मों में काम करने वाली स्वावलंबी व आत्मनिर्भर फ़िल्म अदाकारों को कमतर आंकती हूँ और ना ही स्त्रियों के स्वतंत्रता और स्वेच्छा से घूमने फिरने या जीवनयापन के विरुद्ध हूं. मॉल का तो कहीं कोई ज़िक्र ही नहीं था.''
राबड़ी देवी ने आगे लिखा, ''मेरा तात्पर्य बस इतना था कि मेरा एक बड़ा राजनीतिक और सामाजिक परिवार है. इसलिए मेरे विचार से वह बहु बेहतर होगी जो हमारे सामाजिक परिवेश, परिदृश्य, राजनीति और ग़रीबों की हमारे परिवार से जो अपेक्षाएँ और परिवार की जिम्मेदारियां है उन्हें वह भली भांति समझ पाए.''
तेजस्वी यादव भी आए मां के बचाव में
लालू यादव के साथ ही बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी अपनी मां के बचाव में आ गए. तेजस्वी ने ट्वीट किया, ''मेरी मां का ''संस्कारी बहू' से क्या मतलब था उनके फेसबुक पेज पर है. समझने के लिए पढ़ें.''
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल कल यानी रविवार को लालू प्रसाद के 70 वें बर्थडे सेलिब्रेशन के मौके पर राबड़ी ने कहा था कि वह अपनी बहू के तौर पर संस्कारी लड़की को देखना चाहती है, बजाए की किसी सिनेमा हॉल या शॉपिंग मॉल में जाने वाली लड़कियों के.
राबड़ी ने यह बात उस सवाल का जवाब देते हुए कही थी जब उनसे पूछा गया कि उन्हें अपने बेटों के लिए किस तरह की बहू की तलाश है. राबड़ी देवी के इसी बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना शुरू हो गई थी.