नई दिल्ली: आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव आज पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होने वाली 'भाजपा भगाओ, देश बचाओ' रैली करने जा रहे हैं. इस रैली को रैली को न केवल लालू यादव के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है बल्कि इसे उनकी राजनीतिक साख और राजनीतिक पूंजी से जोड़कर भी देखा जा रहा है.
इन नेताओं के शामिल होने से लालू यादव को 'झटका'
रैली के पूर्व ही भाजपा के विरोधी दलों के कई महत्वपूर्ण नेताओं के इसमें नहीं आने के ऐलान से विरोधी दलों की एकता की मुहिम को झटका लगा है. महागठबंधन तोड़कर नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जा मिलने के बाद पटना में होने वाली राजद की इस रैली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मायावती के नहीं आने से रैली का राजनीतिक रंग फीका होना तय माना जा रहा है.
कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद होंगे शामिल
कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और बिहार प्रभारी सीपी जोशी रैली में शरीक होंगे. इस रैली में मुलायम सिंह यादव भी नहीं आएंगे. सीपीएम के कोई नेता शिरकत नहीं करेंगे.
ये नेता होंगे शामिल, शरद यादव पर रहेंगी निगाहें
हालांकि रैली में भाजपा विरोधी दलों के नेताओं के मुख्य चेहरों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जद (यू) से बागी हुए शरद यादव और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का अभी तक भाग लेना तय माना जा रहा है. शरद यादव के मंच साझा करते ही जदयू उनकी राज्यसभा की सदस्यता रद्द कराने की कारवाई शुरू करेगा.
लालू प्रसाद ने ‘बीजेपी भगाओ, देश बचाओ’ रैली में शामिल होने की पुष्टि को लेकर ममता बनर्जी के प्रति आभार प्रकट किया. लालू यादव ने कहा, ‘‘ममता दीदी को विशेष धन्यवाद है, राजद की रैली में उनका स्वागत करता है.’’ उन्होंने कहा कि जो बड़े नेता शामिल नहीं पा रहे हैं, उन्होंने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को रैली में भेजने का फैसला किया है.