NRC और CAA के बीच लालू यादव का अगड़ा-पिछड़ा राग, बीजेपी के हिन्दू-मुस्लिम का निकाला काट
लालू यादव भले ही जेल में हों पर उन्होंने बिहार चुनाव के जीत का गुरुमंत्र तेजस्वी यादव को दे दिया है. उन्होंने ट्वीट कर पूछा है कि जब केंद्र सरकार कुत्ता, बिल्ली और हाथी घोड़े सबकी गिनती करती है तो पिछड़े और अतिपिछड़े की गिनती में क्या परेशानी है.
पटना: बिहार में आने वाला साल राजनीतिक मायनों में बहुत ही महत्वपूर्ण हैं. पूरे देश भर में एनआरसी और सीएए को लेकर राजनीति गर्म है. विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर इन मुद्दों को लेकर आरोप लगाती रहीं हैं कि वो इस एक्ट को हवा देकर पूरे देश में हिन्दू-मुस्लिम कर राज करना चाहती है. इसी कड़ी में इस बार आरोप लालू प्रसाद यादव ने लगाया है. उनका कहना है कि इस कानून के माध्यम से बीजेपी देश भर से दलितों और पिछड़ों का सफाया करना चाहती है.
लालू यादव भले ही जेल में हों पर उन्होंने बिहार चुनाव के जीत का गुरुमंत्र तेजस्वी यादव को दे दिया है. साथ ही उन्होंने बीजेपी के हिन्दू-मुस्लिम का भी काट ढूंढ लिया है. इस बात की जानकारी उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर दी है. उन्होंने कहा कि एनआरसी और सीएए के जरिए बीजेपी हिन्दू-मुस्लिम को निशाना नहीं बना रही बल्कि उसका निशाना दलित और पिछड़ा है. उन्होंने ट्वीट कर पूछा है कि जब केंद्र सरकार कुत्ता, बिल्ली और हाथी घोड़े सबकी गिनती करती है तो पिछड़े और अतिपिछड़े की गिनती में क्या परेशानी है. आगे उन्होंने लिखा है कि मुस्लिम तो बहाना है दलित-पिछड़ा असली निशाना है.
ग़ौरतलब है कि बीजेपी के अधिकांश वोटर हिन्दू व अगड़े जाति के होने का दावा रहा है. अब जब बीजेपी इस लड़ाई को हिन्दू बनाम मुस्लिम बना फिर से सत्ता में आना चाहती है तो ऐसे में लालू यादव उनके राह में रोड़ा बन सकते हैं. ये ट्वीट बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बन सकता है क्योंकि अगर बीजेपी की इस मुहिम में हिन्दू जाति को एक करना ही एकमात्र उद्देश्य है. ऐसे में जब हिन्दू एकता को ही खंडित कर दिया जाए तो ऐसे में बाजी पलट सकती है. लालू यादव के ट्वीट से ये स्पष्ट हो गया है कि अब वो हिन्दू वोट में सेंधमारी की तैयारी में जुटे हैं. इसके लिए उन्होंने दलित और पिछड़े का रुख किया है और ऐसा हुआ तो बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.
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