Land For Job Scam: महाराष्ट्र में उठा सियासी तूफान अभी थमा भी नहीं कि बिहार से बदलाव के संकेत आने लगे हैं. बिहार में 48 घंटे में तीन बड़े घटनाक्रम हुए हैं, जिनमें एक सीक्रेट मीटिंग भी है. इसके बाद से ही नीतीश के अगले मूव को लेकर सवाल उठने लगे हैं. सवाल ये है कि क्या नीतीश कुमार एक बार फिर से 2017 वाला कदम उठाने की तैयारी में हैं. बिहार में राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. आइए जानते हैं बिहार में क्या चल रहा है?


सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, लालू यादव और राबड़ी यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. इस चार्जशीट के बाद क्राइम, करप्शन पर जीरो टॉलरेंस की नीति का दावा करने वाले नीतीश कुमार को छवि के नुकसान का खतरा दिखने लगा है. 


नीतीश और हरिवंश के बीच सीक्रेट मीटिंग


इसके साथ ही बिहार की राजनीति में 3 जुलाई को महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुआ. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के बीच बैठक हुई, जो करीब डेढ़ घंटे तक चली. नीतीश कुमार के करीबी रहे हरिवंश की बीजेपी से भी नजदीकी है. इस मुलाकात को लेकर अटकलें का दौर शुरू हो गया है. अटकलें इस बात की क्या नीतीश कुमार एक बार फिर नए साथी की तरफ जाने वाले हैं.


जेडीयू ने नीतीश कुमार के एक बार फिर बीजेपी के साथ जाने से इनकार किया है. बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, हरिवंश बाबू पार्टी के रैंक और फाइल के साथ है. माननीय नेता (नीतीश कुमार) ने पार्टी के सांसद से मुलाकात की तो इसमें गलत क्या है. उन्होंने कहा कि हरिवंश को बीजेपी का दूत कहना गलत है. नीतीश कुमार की नीति है कि जब उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ दिया है तो बीजेपी की तरफ जाने का कोई सवाल नहीं उठता है.


चिराग ने किया जेडीयू में टूट का दावा


नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने की अटकलों के बीच एक और नई अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. जेडीयू में टूट और इसके आरजेडी में विलय का भी दावा किया जा रहा है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) के नेता चिराग पासवान ने कहा, जेडीयू के नेताओं में असंतोष की भावना है और जेडीयू में टूट बहुत जल्द होगी. बीजेपी सांसद और नीतीश के साथ डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी ने तो जेडीयू के आरजेडी में विलय की भविष्यवाणी कर दी.


बयानों के वार शुरू हुए तो जेडीयू ने भी पलटवार किया. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, कोई मर्जर की बात नहीं है. जनता दल यूनाइटेड का अस्तित्व था, अस्तित्व है और रहेगा. फिलहाल, अभी ये बयानबाजी ही है और इन दावों में कितना दम है, इसका पता आने वाले दिनों में चल जाएगा.



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