Land for Job CBI case: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. लोकसभा चुनाव में एनडीए के जीतने के बाद सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में कार्रवाई तेज कर दी. इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने लालू प्रसाद यादव और अन्य आरोपियों के खिलाफ फाइनल चार्जशीट दाखिल कर दी.


लालू यादव पर आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने कई लोगों को जमीन के बदले नौकरी दी थी. ये जमीन मार्केट रेट से बहुत कम दाम पर खरीदी गई थी. इसी मामले में लालू यादव पर चार्जशीट फाइल की गई है. इस दौरान सीबीआई ने फाइनल चार्जशीट में 38 उम्मीदवारों और अन्य व्यक्तियों सहित 78 आरोपियों शामिल किया है. वहीं, सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी का इंतजार है. हालांकि, कोर्ट लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में 6 जुलाई को चार्जशीट पर विचार करेगी.  






जमीन के बदले नौकरी का क्या है मामला?


दरअसल, जमीन के बदले नौकरी के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू यादव की पत्नी, बेटा और बेटी समेत कई सहयोगी आरोपी हैं. इस मामले में लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेजस्वी यादव, बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव भी आरोपी हैं. वहीं, इस मामले की जांच सीबीआई और ईडी मिलकर कर रहे हैं.


जब लालू यादव यूपीए-1 सरकार में 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे. उस दौरान भारतीय रेलवे में ग्रुप-डी के पदों पर नियुक्ति के लिए भ्रष्टाचार किया था. सीबीआई की एफआईआर और आरोप-पत्र के अनुसार, अभ्यर्थियों को रेलवे में नौकरी के बदले में 'रिश्वत के रूप में भूमि हस्तांतरित करने' के लिए कहा गया था.


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