What Is Land For Job Scam: लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में सोमवार (6 मार्च) को सीबीआई (CBI) की एक टीम पटना में लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के घर पहुंची. यहां सीबीआई की टीम ने केस के सिलसिले में अपनी जांच-पड़ताल की. इस केस में सीबीआई पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. वहीं अब केस में आगे की जांच के लिए सीबीआई की टीम राबड़ी देवी के घर पहुंची है. इस मामले में दिल्ली की रॉउज एवन्यू कोर्ट ने आरोपी पूर्व रेल मंत्री लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती समेत अन्य को समन भी जारी किया है. समन में कोर्ट ने सभी आरोपियों को 15 मार्च को पेश होने के लिए कहा है.


चलिए अब आपको इस मामले के बारे में विस्तार से समझाते हैं. दरअसल, 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे, आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ. कहा गया कि नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए. सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया. आरोप है कि जो जमीनें ली गईं वो राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं.


सर्किल रेट से कम था जमीनों का दाम


सीबीआई ने जांच के दौरान यह पाया गया है कि आरोपियों ने मध्य रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक और केंद्रीय रेलवे के सीपीओ के साथ साजिश रचकर जमीन के बदले में अपने या अपने करीबी रिश्तेदारों के नाम पर लोगों को नियुक्त किया था. यह भूमि प्रचलित सर्किल रेट से कम और बाजार दर से काफी कम कीमत पर अधिग्रहित की गई थी.


लालू यादव पर ये है आरोप


सीबीआई के मुताबिक, 2004 से 2009 की अवधि के दौरान, लालू प्रसाद ने उम्मीदवारों से रेलवे के विभिन्न जोन में ग्रुप डी के पदों पर नौकरी के बदले अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन ली थी और आर्थिक लाभ प्राप्त किया था. पटना के रहने वाले कई लोगों ने खुद या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से प्रसाद के परिवार के सदस्यों और उनके परिवार के नियंत्रित एक निजी कंपनी के पक्ष में पटना स्थित अपनी जमीन बेची थी, वे ऐसी अचल संपत्तियों के हस्तांतरण में भी शामिल थे.


बिना नोटिस/विज्ञापन के हो गई भर्ती?


रेलवे में भर्ती के लिए विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था. फिर भी जो पटना के निवासी थे, उन्हें मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न जोनल रेलवे में सब्स्टिटूट के रूप में नियुक्त किया गया था. सीबीआई का कहना है कि इस मामले में पटना में 1,05,292 फुट जमीन लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान कर अधिग्रहित की थी. चार्जशीट में सीबीआई ने लालू प्रसाद के अलावा राबड़ी देवी और 14 अन्य को आरोपी बनाया है. वहीं अब 15 मार्च को सभी आरोपियों को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होना होगा.


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