लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में सोमवार (29 जनवरी, 2024) को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 10 घंटे की पूछताछ की. लालू यादव पर आरोप हैं कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने कई लोगों को जमीन के बदले नौकरी दी थी. ये जमीन मार्केट रेट से बहुत कम दाम पर खरीदी गई थीं. इसी मामले में लालू यादव से ईडी पूछताछ कर रही है.
10 घंटे की पूछताछ में लालू यादव से ईडी ने 70 ज्यादा सवाल पूछे. इन सवालों के जवाब लालू यादव ने हां और ना में दिए और कई सवालों के जवाब के लिए उन्होंने एक से डेढ मिनट का समय भी मांगा. ज्यादातर सवाल जमीन और फ्लैट्स के बारे में हैं कि जमीन कहां से मिली, कैसे मिली. दिल्ली की न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी की प्रॉपर्टी से जुड़े सवाल भी पूछे गए. मेसर्स एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी है, जिसे दो लोगों ने बहुत सस्ते दाम पर जमीन बेची थी. उन लोगों को नौकरी मिली. इस तरह के तमाम सवाल लालू यादव से पूछताछ में पूछे गए हैं. आइए जानते हैं लालू यादव से ईडी ने क्या-क्या पूछा?
- नौकरी देने के बदले कितने लोगों से जमीन ली गई?
- पटना के मरछिया देवी कॉम्पलेक्स में फ्लैटों की खरीद और बिक्री कैसे हुई?
- पटना में 1 लाख वर्गफुट की जमीन की खरीद-फरोख्त के ब्योरे कहां हैं?
- दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में जमीन खरीद की डिटेल कहां हैं?
- मेसर्स एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को बेची गई जमीन की डिटेल कहां हैं?
- क्या ये सच है कि एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को जमीन बेचने वाले के दो भतीजों को रेलवे में नौकरी दी गई थी?
- अभ्यर्थियों से चार प्लॉट सिर्फ 7.5 लाख रुपए में खरीदे गए, क्या यह सच है?
- राबड़ी देवी ने साढ़े सात लाख में जमीन खरीदी और फिर 3 करोड़ में बेची, क्या यह सच है?
क्या है ये जमीन के बदले नौकरी मामला?
जमीन के बदले नौकरी के मामले में लालू यादव की पत्नी, बेटा और बेटी समेत कई सहयोगी आरोपी हैं. इस मामले में लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेजस्वी यादव, बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव भी आरोपी हैं. ईडी ने कुल 16 लोगों को आरोपी बनाया है. इस मामले में लालू यादव के करीबी भोला यादव को गिरफ्तार भी किया गया था. प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट के मुताबिक, लालू यादव के परिवार को सात जगहों पर जमीनें मिलीं. परिवार पर करीब 600 करोड़ रुपये के धन शोधन का आरोप है. आरोप है कि करीब 4 करोड़ रुपये कीमत की जमीन 26 लाख रुपये में परिजनों के नाम करवा ली गईं.
लालू यादव यूपीए-1 सरकार में 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे. 2022 में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की और फिर इसकी पूछताछ शुरू हुई. जांच के तहत पिछले साल तलाशी अभियान भी चलाया गया. इसमें 1 करोड़ की नकदी और 1.25 करोड़ की कीमत के कीमती सामान भी जब्त किए गए थे. इसके अलावा, जुलाई महीने में 2.03 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति भी अस्थायी रुप से जब्त की गई थी.
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