ED Raid On Lalu Yadav Family: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नौकरी के बदले जमीन 'घोटाला' मामले में धनशोधन संबंधी जांच के सिलसिले में शुक्रवार (10 मार्च) को दिल्ली, मुंबई और बिहार में 20 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की. ये छापेमारी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की तीन बेटियों, उनके बेटे तेजस्वी यादव और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेताओं के परिसर में भी की गई. छापेमारी कार्रवाई शुक्रवार देर रात तक चलती रही.


जानकारी के मुताबिक, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी के दिल्ली आवास पर ईडी के अधिकारियों ने 14 घंटे तक जांच-पड़ताल की. रात करीब 12.15 बजे ईडी की टीम तेजस्वी यादव के घर से कुछ दस्तावेज लेकर निकली. जिसके बाद तेजस्वी यादव भी घर से निकल गए. उधर, गाजियाबाद में लालू यादव की बेटी के घर भी देर रात तक रेड चली. रात करीब 11.30 बजे ईडी ने एक प्रिंटर मंगवाया. 


नकद व सोना जब्त


एजेंसी के सूत्रों ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि छापों के दौरान, 53 लाख रुपये नकद, 1900 अमेरिकी डॉलर, करीब 540 ग्राम स्वर्ण और सोने के 1.5 किलोग्राम जेवरात को जब्त किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि छापे पटना, फुलवारी शरीफ, दिल्ली-एनसीआर (NCR), रांची और लालू प्रसाद की बेटियों रागिनी यादव, चंदा यादव और हेमा यादव और राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना, अमित कत्याल, नवदीप सरदाना और प्रवीण जैन के स्थानों पर मारे गए.


'मैं इतना जानता हूं कि हम...'


उन्होंने बताया कि केंद्रीय सुरक्षा बलों के सुरक्षा घेरे में करीब दो दर्जन स्थानों की तलाशी ली गई. अबू दोजाना पटना में अपने घर की बालकनी पर बाहर इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों से यह कहने आए कि "मुझे नहीं पता कि ये लोग मेरे घर पर क्या खोजने की कोशिश कर रहे हैं." उन्होंने कहा, "मैं इतना ही जानता हूं कि हम बीजेपी के सामने न झुकने की कीमत चुका रहे है."


ईडी की रेड पर क्या बोले लालू यादव?


आरजेडी प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने ट्विटर पर लिखा, "हमने आपातकाल का काला दौर भी देखा है. हमने वह लड़ाई भी लड़ी थी. आधारहीन प्रतिशोधात्मक मामलों में आज मेरी बेटियों, नन्हें-मुन्ने नातियों और गर्भवती पुत्रवधु को भाजपाई ED ने 15 घंटों से बैठा रखा है. क्या इतने निम्नस्तर पर उतर कर बीजेपी हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी?"


लालू यादव ने आगे लिखा, "संघ और बीजेपी के विरुद्ध मेरी वैचारिक लड़ाई रही है और रहेगी. इनके समक्ष मैंने कभी भी घुटने नहीं टेके हैं और मेरे परिवार एवं पार्टी का कोई भी व्यक्ति आपकी राजनीति के समक्ष नतमस्तक नहीं होगा."


क्या है नौकरी के बदले जमीन मामला?


आरोप है कि 2004-2009 के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न ज़ोन में समूह डी में विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और इसके बदले में उन्होंने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित की थी. अधिकारियों ने कहा कि रागिनी यादव और चंदा यादव एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड में पूर्व निदेशक थी, जिसे कथित तौर पर एक अभ्यर्थी से भूखंड मिला था.


अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत लालू यादव, उनकी पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ एक आरोपपत्र दाखिल किया है और सभी आरोपियों को 15 मार्च को तलब किया गया है. ईडी का मामला सीबीआई की शिकायत से उपजा है जिसे धनशोधन रोकथाम अधिनियम की आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज किया गया है. इस मामले में सीबीआई ने हाल ही में लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की थी.


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