Land For Job Scam: केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एके इंफोसिस्टम के प्रमोटर बिजनेसमैन अमित कात्याल (Amit Katyal) को 'नौकरी के बदले जमीन' घोटाला (Land For Job Scam) मामले में गिरफ्तार किया है. ईडी की ओर से राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किए गए कात्याल को 16 नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ईडी के अनुसार, दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में कात्याल के परिसर को एके इंफोसिस्टम के कार्यालय के रूप में घोषित किया गया, लेकिन इसे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की ओर से आवासीय परिसर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. कत्याल, लालू यादव (Lalu Yadav) के परिवार के कथित सहयोगी हैं. कत्याल और एके इंफोसिस्टम जमीन घोटाले में ईडी और सीबीआई की जांच के दायरे में हैं.
इस बीच देखा जाए तो सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब स्कैम में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट फाइल की जा चुकी है. स्कैम में ईडी ने आरोप लगाया था कि अपराध की कुल आय 600 करोड़ रुपये है.
यूपीए की पहली सरकार से जुड़ा है ये मामला
बता दें इस घोटाले की जांच कर रही ईडी ने गत मार्च में लालू, तेजस्वी, उनकी बहनों और अन्य के परिसरों पर छापेमारी की थी. उस वक्त अमित कात्याल से जुड़े ठिकानों की भी तलाशी ली गई थी. एके इंफोसिस्टम्स इस मामले में कथित तौर पर एक 'लाभार्थी कंपनी' है. कथित घोटाला उस वक्त का है जब लालू यादव यूपीए की अगुवाई वाली केंद्र की पहली सरकार में रेल मंत्री थे. उस समय 2004 से 2009 तक भारतीय रेलवे के विभिन्न विभागों में ग्रुप 'डी' पदों पर कई लोगों को नियुक्त किया गया था और बदले में इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू के परिवार के सदस्यों और कंपनी को ट्रांसफर कर दिया था.
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