(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kawardha Communal Tensions: दो समुदायों में विवाद के बाद कवर्धा में कर्फ़्यू, बड़ी संख्या में फ़ोर्स तैनात, ग्राउंड में कैसे हैं हालात, जानें पूरी कहानी
Kawardha Communal Tensions: ज़िले के कलेक्टर और एसपी का कहना है की अब हालात नियंत्रण में है. एबीपी न्यूज़ ने दोनों पक्षों से बात की. दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर झगड़े का आरोप लगा रहे हैं.
Kawardha Communal Tensions: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कवर्धा (Kawardha) में 3 अक्टूबर से जारी तनाव बंद तो हुआ है, लेकिन उसके लिए कर्फ़्यू लगाना पड़ा है. दरअसल, कवर्धा में दो समुदायों (Communal Tensions) के बीच धार्मिक झंडे को लेकर विवाद हुआ था. पूरे प्रदेश से कवर्धा पहुंचने वाली सड़क पर सुरक्षा की जांच की जा रही है. हर गाड़ियों को चेक किया जा रहा है. उसके बाद नाम पता लिखने के बाद उन्हें आगे जाने दिया जा रहा है. कवर्धा से 50-50 किलोमीटर दूर तक में पुलिस की बेरिकेटिंग कर लोगों को रोका जा रहा है.
शहर में एंट्री के पहले ही ज़िले के कलेक्टर और एसपी खड़े थे. भारी संख्या में फ़ोर्स तैनात कर दिया गया है. ज़िले के कलेक्टर और एसपी का कहना है की अब हालात नियंत्रण में है. एबीपी न्यूज़ ने दोनों पक्षों से बात की. दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर झगड़े का आरोप लगा रहे हैं. हालांकि, उस चौक पर लगे झंडे को प्रशासन ने दोबारा वहीं टांग दिया है.
इस पूरे मामले में अब राजनीति भी जमकर शुरू हो गई है. बीजेपी का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को कवर्धा पहुंचा. दल के साथ पहुंचे बीजेपी सांसद संतोष पांडे ने ये आरोप लगाया की पुलिस केवल एक पक्ष पर कारवाई कर रही है. वहीं सांसद ने ये भी कहा की प्रदेश में एक ज़िले में तनाव है और सीएम भूपेश बघेल लखनऊ में पर्यटन करने में व्यस्त हैं.
ये भी पढ़ें: