भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित सरकारी हमीदिया अस्पताल से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए कारगर रेमडेसिविर इंजेक्शन बड़ी तादाद में चोरी होने का मामला सामने आया है. प्रदेश में इंजेक्शन चोरी का यह पहला मामला है.


अस्पताल में पहुंचे मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने शनिवार को बताया, 'जानकारी मिली है कि (रेमडेसिविर) इंजेक्शन चोरी हो गए हैं. यह बहुत गंभीर मामला है. संभागीय आयुक्त कवीन्द्र कियावत एवं भोपाल के पुलिस उप महानिरीक्षक इरशाद वली मौके पर पहुंच गये हैं और जांच शुरू कर दी गई है.' उन्होंने कहा कि मामले की तह तक पहुंचने के लिए जांच जारी है.


रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी का मामला उस वक्त आया है, जब कोविड-19 महामारी के दौरान प्रदेश में इस इंजेक्शन की भारी कमी है. उल्लेखनीय है कि रेमडेसिविर कोविड-19 के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है. कोविड-19 के मामले बढ़ने के कारण रेमडेसिविर दवा की मांग इन दिनों काफी बढ़ गई है.


नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के आरोप में चार गिरफ्तार
वहीं पुणे में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने का मामला आया है. पुणे ग्रामीण पुलिस ने बारामती इलाके में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंजेक्शन की तीन शीशियों पर रेमडेसिविर का लेबल लगाया गया है, लेकिन वास्तव में उसमें तरल रूप में पेरासिटामोल के अलावा कुछ भी नहीं था.