श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में लंबे अरसे से सुरक्षा बलों की नजर से बचता रहा आतंकवादी कमांडर कयूम नजर मंगलवार को सुरक्षाबलों की तरफ से पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ की कोशिश के दौरान मार गया. बारामूला में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सय्यद इम्तियाज हुसैन ने आईएएनएस से उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर नजर की हत्या की पुष्टि की.


हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) आतंकवादी कमांडर की मौत के बारे में जानकारी देते हुए हुसैन ने कहा कि नजर 1999 में आतंकवाद का प्रशिक्षण लिया था, उस समय उसने समूह के तत्कालीन विवादास्पद कमांडर अब्दुल माजिद डार को मार डाला था.


 


उन्होंने बताया कि नजर सोपोर शहर के बाटापोरा का था. उसने खुद को एचएम से कुछ समय तक अलग रखा था. यही कारण था कि उसे हिजबुल के प्रमुख सय्यद सलाहुद्दीन से मिलने के लिए पाकिस्तान में एचएम के बेस कैंप में बुलाया गया था.


पुलिस अधीक्षक ने बताया, "उनके साथ समस्याओं को सुलझाने के बाद, सलाहुद्दीन ने उसे कश्मीर में संगठन की कमान संभालने के लिए वापस भेजा था. वापस घाटी में घुसपैठ के दौरान मंगलवार को उसे मार दिया गया."