जम्मू कश्मीर: कुलगाम में आतंकियों के खिलाफ कल शुरू हुआ सेना और पुलिस का ऑपरेशन खत्म हो गया है. ऑपरेशन में जैश के तीन आतंकी मारे गए, जबकि पुलिस अधिकारी डीएसपी अमन ठाकुर और सेना के हवलदार शहीद हो गए, मुठभेड़ में एक मेजर और जवान भी घायल हुए है. शहीद डीएसपी को आज अंतिम विदाई दी जाएगी.
शहादत की खबर के बाद से ही जम्मू में उनके घर में मातम पसरा है. जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारी अमन ठाकुर अपने पीछे माता पिता, पत्नी, एक छोटे बेटे और भाई को छोड़कर गए हैं. जम्मू के डोडा जिले के रहने वाले डीसीपी अमन ठाकुर पिछले 7 सालों से रेशमगढ़ इलाके में किराए पर रहते थे, उनके मिलनसार व्यवहार की वजह से पूरा इलाका गम में है.
अमन 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और वह पिछले डेढ़ साल से कुलगाम में काउंटर टेररिज्म विंग का नेतृत्व कर रहे थे. अनुकरणीय सेवा के लिए पिछले महीने उन्हें डीजीपी का कमेंडेशन मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किया गया था.
एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों में से दो की पहचान कुलगाम के राकिब अहमद शेख और गुलजार अहमद भट्ट के रूप में हुई है. तीसरा आतंकवादी पाकिस्तानी बताया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह कल जब शहीद परिवार के घर पहुंचे तो लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद से सुरक्षाबलों का आतंकियों के खिलाफ बड़े स्तर पर ऑपरेशन जारी है. पुलवामा में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे. इसके ठीक बाद 18 फरवरी को तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया.