Last US Soldier Exit Afghanistan: अफगानिस्तान से निकलते अमेरिका के आखिरी सोल्जर की तस्वीर दुनियाभर में छाई
Last US Soldier Exit Afghanistan: अमेरिका की एयरबोर्न डिवीजन ही अफगानिस्तान और काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैनिकों, राजनयिकों और अफगानी शरणार्थियों को सुरक्षित वहां से निकालने का काम कर रही थी
Last US Soldier Exit Afghanistan: अफगानिस्तान से अमेरिका की सेना की वापसी पूरी हो गई है. अमेरिका ने खुद काबुल एयरपोर्ट छोड़ते हुए आखिरी सैनिक की एक तस्वीर को साझा कर ये जानकारी दी. नाइट-विजन कैमरे से ली गई ये तस्वीर दुनियाभर में छा गई है. ये आखिरी सैनिक कोई और नहीं बल्की अमेरिकी सेना की एयरबोर्न डिवीजन के कमांडर, मेजर जनरल क्रिस्टोफर डोनहोए हैं.
अमेरिका के रक्षा विभाग (पेंटागन) ने खुद ये जानकारी दी कि अफगानिस्तान छोड़ने वाले आखिरा सैनिक, 82 एयरबोर्न डिवीजिन के कमांडिंग-जनरल, मेजर जनरल क्रिस (क्रिस्टोफर) डोनहोए हैं. रात के अंधेरे में काबुल एयरपोर्ट पर खड़े सी-17 ग्लोबमास्टर विमान पर सवार होने की एक तस्वीर भी पेंटागन ने जारी की. इस तस्वीर में मेजर जनरल डोनहोए एक पैरा-ट्रूपर की यूनिफॉर्म में हैं और सिर पर नाइटविजन लगा हेलमेट और हाथ में राइफल है. ये तस्वीर भी नाइटविजन कैमरे से ली गई है. इसीलिए देखने में हरी लग रही है.
दरअसल, अमेरिका ने अफगानिस्तान से वापस लौटने की डेडलाइन 31 अगस्त 2021 दी थी. लेकिन हाल ही में अफगानिस्तान के हालात और काबुल एयरपोर्ट पर हुए सीरियल बम बलास्ट के बाद ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि ये डेडलाइन आगे बढ़ सकती है. हालांकि अफगानिस्तान की गद्दी पर हाल ही में काबिज हुए तालिबान इसके लिए तैयार नहीं थे. लेकिन अब अमेरिका ने डेडलाइन से पहले ही अफगानिस्तान को पूरी तरह खाली कर दिया है.
अमेरिका की एयरबोर्न डिवीजन ही अफगानिस्तान और काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैनिकों, राजनयिकों और अफगानी शरणार्थियों को सुरक्षित वहां से निकालने का काम कर रही थी. ये एयरबोर्न डिवीजन एक पैरा-डिवीजन है और इसमें तैनात सैनिक (पैरा-ट्रूपर) जमीन के साथ साथ आसमान से पैरा-जंप कर किसी भी इलाके में घुसकर युद्ध करने में माहिर होते हैं.
इस बीच काबुल एयरपोर्ट खाली होने के बाद वहां तालिबानी लड़ाके घूमते नजर आ रहे हैं. अमेरिकी सेना के हैंगर्स में अमेरिकी हेलीकॉप्टर भी दिखाई पड़ रहे हैं. इसके अलावा ऐसी तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें अमेरिकी सेना की के-9 स्क्वाड के डॉग्स अपने कैनल्स में फंसे दिखाई पड़ रहे हैं. ऐसा लगता है कि अमेरिकी सैनिक अपने स्निफर डॉग्स को पीछे छोड़ गए हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में जब काबुल में भारतीय दूतावास की सिक्योरिटी में तैनात आईटीबीपी की टुकड़ी भारत लौटी थी तो अपने के9 स्क्वाड के डॉग्स को भी साथ लेकर लौटी थी.
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