शराब पीने से भारत में बीते साल 62 हजार से ज्यादा बने कैंसर रोगी, लैंसेट जर्नल में हुआ खुलासा
भारत में बीते साल 62 हजार से ज्यादा कैंसर रोगी सामने आए. रिपोर्ट में बताया गया है कि शराब पीने की समस्या देश के लिए काफी चिंताजनक बन गई है.
नई दिल्लीः भारत में शराब की लत लोगों को धीरे-धीरे मौत के मुंह में धकेल रही है. देश में शराब के कारण कैंसर के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. कैंसर को लेकर लैंसेट के एक अध्ययन में यह पाया गया है कि भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या काफई तेजी से बढ़ रही है. जिसमें मौत के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं.
लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार देश में पिछले साल 62 हजार से ज्यादा ऐसे कैंसर के मामले देखने को मिले हैं, जिसमें शराब के कारण लोग कैंसर से ग्रस्त हुए. 'द लैंसेट ऑंकोलॉजी जर्नल' में कहा गया है कि भारत में शराब की खपत काफी तेजी से बढ़ रही है. जिसके कारण कैंसर रोगियों की संख्या में इजाफा होती दिख रहा है.
अध्ययन के अनुसार पता चलता है कि वैश्विक स्तर पर 2020 में 7 लाख 40 हजार से अधिक नए कैंसर के मामले शराब पीने के कारण हुए हैं. जो वैश्विक स्तर पर सामने आए कैंसर मरीजों का 4 प्रतिशत ही है. वहीं इस रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं की तुलने में 77 प्रतिशत पुरुष शराब के सेवन के कारण कैंसर का शिकार हुए वहीं 23 प्रतिशत महिलाएं शराब पीने के कारण कैंसर से ग्रस्त हुई..
लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार मुंह के कैंसर, लीवर और ब्रेस्ट के कैंसर, ग्रसनी, वॉइस बॉक्स, कोलन कैंसर के 6.3 मिलियन से ज्यादा मामले सामने आए हैं. इन सभी कैंसरों के मामलों में शराब की खपत को मुख्य रूप से दोषी पाया गया है. रिसर्च के अनुसार यह पाया गया है कि शराब पीने से शरीर में कई तरह के हानिकारक केमिकल्स के बनने के कारण डीएनए में काफी बदलाव देखे गए. जिसके कारण यह हमारे शरीर में हर्मोन तक को प्रभावित कर देते हैं. जिसके कारण कैंसर हो जाता है.
इसे भी पढ़ेंः
कैप्टन से मुलाकात के बाद हरीश रावत बोले- पार्टी का फैसला मान्य, सिद्धू के नाम पर शाम तक मुहर- सूत्र
कर्नाटक: इस्तीफे की अटकलों के बीच येदियुरप्पा ने 26 जुलाई को विधायक दल और मंत्रियों की बैठक बुलाई