Lata Mangeshkar: स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Age) ने 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है. लता जी के निधन पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि उनके जाने की खबर से मुझे गहरा दुख पहुंचा है. उन्होंने कहा, दुनिया भर में प्रतिष्ठित लता जी ने संगीत की दुनिया में उत्कृष्टता की एक अमिट छाप छोड़ी है. आडवाणी ने आगे कहा कि लता जी हमेशा फेवरेट सिंगर्स में पसंदीदा रहीं और मैं अपने आपको सौभाग्यशाली मानता हूं कि लंबे समय तक उनसे जुड़ा रहा. 


आडवाणी ने बताया कि, "मुझे याद है कि जब मैं सोमनाथ से अयोध्या के लिए राम रथ यात्रा निकालने जा रहा था. उस वक्त उन्होंने बहुत ही सुन्दर श्री राम भजन रिकॉर्ड कर मुझे भेजा था. ये यादगार गीत था- राम नाम में जादू ऐसा, राम नाम मन भाए, मन की अयोध्या तक तक सूनी, जब तक राम ना आए. यह अयोध्या यात्रा के दौरान मेरा सिग्नेचर ट्यून बन गया था."



दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित


बता दें, लता जी के निधन के बाद देश में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. लता दीदी के निधन पर एक तरफ जहां पूरा देश शोक में हैं वहीं राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी समेत तमाम नेताओं ने दुख व्यक्त किया. पीएम ने ट्वीट करते हुए लता दीदी को अंतिम विदाई दी है.


देश में एक खालीपन छोड़ गई- पीएम मोदी


पीएम मोदी ने कहा, 'मैं ये दुख शब्दों में बयां नहीं कर पा रहा हूं. दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं. वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है जिसे भरा नहीं जा सकता. आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी.


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