रायपुर: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी और कांग्रेस नेता करुणा शुक्ला कोरोना से जिंदगी की जंग हार गयीं. सोमवार देर रात रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल में उनका निधन हो गया. जानकारी के मुताबिक उन्होंने रात 12 बजकर 40 मिनट पर आखीरी सांस ली.
दिवंगत करुणा शुक्ला का अंतिम संस्कार मंगलवार को बलौदाबाजार में होगा. लोकसभा सांसद रहीं करुणा शुक्ला वर्ममान में छत्तीसगढ़ में समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष थीं. वह बीजेपी में भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहित तमाम बड़े पदों पर रहीं.
करुणा शुक्ला के निधन पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने शोक जाहिर किया है. मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ''मेरी करुणा चाची यानी करुणा शुक्ला जी नहीं रहीं. निष्ठुर कोरोना ने उन्हें भी लील लिया. राजनीति से इतर उनसे बहुत आत्मीय पारिवारिक रिश्ते रहे. उनका सतत आशीर्वाद मुझे मिलता रहा. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सबको उनका विछोह सहने की शक्ति प्रदान करें.''
कौन थीं करुणा शुक्ला?
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला का जन्म एक अगस्त 1950 को ग्वालियर में हुआ था. साल 1983 में पहली बार बीजेपी से विधायक चुनी गयीं. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस के चरणदास महंत के खिलाफ किस्मत आजमाई लेकिन सफल नहीं हुई.
साल 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगांव से लड़ाया. वह 1982 से 2013 तक बीजेपी रहने के बाद उन्होंने 2013 में कांग्रेस का हाथ थाम लिया था.