Lawrence Bishnoi Case: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Gangster Lawrence Bishnoi) को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने बड़ा खुलासा किया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) और उसका गिरोह आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (Indian Mujahideen) के आतंकियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहा है.


पुलिस के मुताबिक, स्पेशल सेल की जांच में पाया गया है कि लॉरेंस बिश्नोई तिहाड़ की जेल नंबर 8 से अपने गैंग को ऑपरेट करने के लिए आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था. इसी साल मार्च में जांच एजेंसियों ने 9643XXXXXX नंबर को नंबर इंटरसेप्ट किया था.


गैंगस्टर्स के वॉयस सैंपल की जांच कराएगी पुलिस


दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अपनी जानकारी को पुख्ता करने के लिए लॉरेंस बिश्नोई, संपत नेहरा, बिंटू उर्फ मिंटू और दीपक उर्फ टीनू की आवाज के सैंपल की जांच करवाना चाहती है. वॉयस सैंपल की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दाखिल की है.


लॉरेंस बिश्नोई और संपत नेहरा समेत 20 गैंगस्टर्स के खिलाफ यूएपीए के तहत चार्जशीट दायर हो चुकी है. फिलहाल लॉरेंस बिश्नोई सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में पंजाब पुलिस की कस्टडी में है.


टेरर फंडिग केस में लॉरेंस के दो करीबियों से पूछताछ


लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के करीबी गैंगस्टर अनिल छिप्पी और राजू बसौदी को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने तिहाड़ जेल से अपनी रिमांड में लिया है. एनआईए आरोपियों से टेरर फंडिंग के में पूछताछ कर रही है. इनमें से अनिल छिप्पी को शराब कारोबारी और हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर बताया जाता है. आरोप है कि वह लॉरेंस के लिए वह शराब कारोबारियों से उगाही करने का काम देखता है. वहीं, गैंगस्टर राजू बसौदी के खिलाफ सोनीपत और रोहतक में हत्या और लूटपाट समेत आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं.  


हथियार सप्लाई मामला 


पिछले जालंधर पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई के हथियारों की सप्लाई के मामले में ट्रांजिट रिमांड पर लिया था. 21 अक्टूबर को उसे मोगा से 10 दिन के लिए ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया था. दरअसल, पुलिस ने एक किलो हेरोइन के साथ एक कथित तस्कर दीपक कुमार को गिरफ्तार किया था. पुलिस को आरोपी के पास एक पिस्तौल भी बरामद हुई थी. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि उसने लॉरेंस बिश्नोई से पिस्तौल खरीदी थी.   


जानकारी के मुताबिक, 30 वर्षीय लॉरेंस बिश्नोई पर 50 से आपराधिक मामले दर्ज हैं. बताया जाता है कि वह जेल से ही अपने गिरोह को चलाता है. उसके गिरोह में 500 से ज्यादा शॉर्प शूटर शामिल बताए जाते हैं, जो देशभर में नेटवर्क चलाते हैं. ये शॉर्प शूटर लोगों को धमकाकर उनसे उगाही करने का काम करते हैं. 


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