Lawrence Bishnoi Close Friend Arrested With Pistols: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच जारी है. इस बीच गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) के बेहद करीबी को पुलिस की सीआईए-2 टीम ने लुधियाना से दो अवैध पिस्तौल, 11 जिंदा कारतूस और साथी के साथ गिरफ्तार किया है. रविवार को दोनों को अदालत में पेश किया गया. जहां से रिमांड हासिल करके कड़ी पूछताछ की जा रही है. पुलिस कमिश्नर कौस्तुभ शर्मा (Kaustubh Sharma) ने बताया कि उसकी पहचान काली सड़क निवासी बलदेव चौधरी (30) और उसके साथी अंकित शर्मा (29) के रूप में हुई. 


मोती नगर थाना में तीन महीने पहले दर्ज हुए एक केस में दोनों आरोपितों समेत कुल 12 लोग पुलिस को वांटेड थे. आरोपियों ने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक ट्रांसपोर्टर हरदीप सिंह के दफ्तर में घुस कर उस पर जानलेवा हमला किया था. रविवार पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर काली सड़क इलाके में दबिश देकर उसे काबू कर लिया. उनकी निशानदेही पर घंटा घर के पास दबिश देकर अंकित शर्मा को भी काबू कर लिया गया.


लॉरेंस बिश्नोई का करीबी गिरफ्तार


इस मामले मामले में अभी 10 और लोगों की गिरफ्तारी बाकी है. इंस्पेक्टर जुनेजा ने बताया कि नशा करने का आदी अंकित शर्मा यूथ कांग्रेस का प्रधान भी रह चुका है. आरके रोड पर इंडियन समर होटल के बाहर हुई गैंगस्टर शुभम मोटा और संदीप मुंडियां गैंग की गैंगवार में वो भी शामिल था. उस मामले में वो 21 महीने जेल में काटकर कुछ दिन पहले ही बाहर आया है.


बिश्नोई के साथियों से पूछताछ जारी


गैंगस्टर लारेंस विश्नोई (Lawrence Bishnoi) और बलदेव चौधरी (Baldev Chaudhary) चंडीगढ़ (Chandigarh) के डीएवी कॉलेज में एक साथ पढ़े हैं. पुलिस के पास पुख्ता सूचना है कि उस समय से दोनों लगातार एक दूसरे के संपर्क में रहे हैं. सूत्रों का यह भी कहना है कि विश्नोई फिरौती की रकम मंगवाने का काम चौधरी को सौंपा करता था. मगर इस बात की अब तक पुष्टि नहीं हुई है. पुलिस इंस्पेक्टर जुनेजा ने कहा कि दोनों से की जा रही पूछताछ में अभी और भी असलहा बरामद होने की आशंका है. पता लगाया जा रहा है कि यह असलहा उसने कहां से और किस मकसद से खरीदा था.


ये भी पढ़ें:


Agnipath Scheme: ‘ऑल इंडिया ऑल क्लास’ के आधार पर भर्ती, 48 लाख का बीमा... जानें थलसेना में भर्ती को लेकर नए नियम


Agnipath Scheme: अग्निपथ स्कीम के विरोध में पुलिस ने बहुत बड़ी साजिश की नाकाम, तिरुपति रेलवे स्टेशन को उड़ाने की थी तैयारी