Gangster Terror Nexus: कांग्रेस (Congress) नेता और पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में आरोपी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की रिमांड में है. एनआईए को लॉरेंस बिश्नोई की 10 दिन की कस्टडी मिली है. इस बीच एनआईए ने कहा है कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भारत और विदेशों में मौजूद आतंकवादी संगठनों से कनेक्शन है. जांच एजेंसी ने जानकारी दी है कि, उसे विदेशी आतंकी संगठनों के आतंकवादियों के साथ मिलकर रची गई एक साजिश के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इन आतंकी संगठनों के लोग भारत में भी सक्रिय हैं, जो गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से संपर्क में थे.
एनआईए (NIA) का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई विदेशी आतंकी संगठनों के संपर्क में था और उनके साथ मिलकर साजिश रचने में शामिल रहा है. लॉरेंस भारत और विदेश में स्थित क्रिमिनल सिंडिकेट से मिलकर दिल्ली और देश के दूसरे हिस्से में आतंकवादी गतिविधियों के लिए युवाओं को भर्ती करने की साजिश से जुड़ा रहा है. ये गैंग अपने अपराधों को अंजाम देने के लिए फंड जुटाने का भी काम करता है. ये गैंग पैसा लेकर खा़स लोगों की हत्या जैसे अपराध को भी अंजाम देने के लिए साजिश रचने का काम करती है.
एनआईए के मुताबिक पड़ताल से पचा चला है कि लॉरेंस बिश्नोई अपने भाईयों सचिन और अनमोल बिश्नोई के अलावा कुछ और लोगों के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियों के लिए धन जुटा रहा था. उसके सहयोगियों में गोल्डी बराड़, काला जठेड़ी, काला राणा, बिक्रम बराड़ और संपत नेहरा भी शामिल थे. ये सभी मिलकर अपने आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने का काम करता है.
पाकिस्तान से कनेक्शन को लेकर होगी पूछताछ
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने पर गैर कानूनी गतिविधियां की रोकथाम के लिए बनाए गए कानून (Unlawful Activities (Prevention) Act) के तहत केस दर्ज किया है. रिमांड की मांग के वक्त एनआईए के वकील ने कोर्ट के सामने कहा कि गैंगस्टर्स को पाकिस्तान से हथियार मिल रहे थे और ये विदेशी संगठनों के साथ मिलकर मुसेवाला जैसे लोगों की हत्या की साजिश में शामिल रहा है.
इस मामले में बड़ी साजिश की पड़ताल की जा रही है. सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी कनाडा में बैठे लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली थी. गोल्डी बराड़ के खिलाफ हाल ही में रेड कार्नर नोटिस जारी हुआ है. 30 साल के लॉरेंस बिश्नोई पर 50 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. साढ़े 4 महीनों के बाद NIA ने लॉरेंस बिश्नोई को बठिंडा सेंट्रल जेल (Bathinda Central Jail) से दिल्ली लाई थी. उसके बाद दिल्ली कोर्ट से आगे की पड़ताल के लिए उसे NIA की कस्टडी में भेज दिया गया. रिमांड के दौरान उससे जांच एजेंसी पाकिस्तान में मिले हथियार और विदेशी आतंकी संगठनों से कनेक्शन को लेकर पूछताछ करेगी.