नई दिल्ली: हाथरस की बेटी के लिए इंसाफ की लड़ाई जारी है. वहीं एबीपी न्यूज पर लाइव चर्चा के दौरान हाथरस की निर्भया केस में आरोपियों के वकील एपी सिंह ने पीड़िता का नाम ले लिया. भारतीय कानून रेप पीड़िता का सार्वजनिक रूप से नाम लेने की इजाजत नहीं देता है. ये कानून के हिसाब से बिल्कुल गलत है. आईपीसी की धारा 228ए के तहत, पीड़िता का नाम सार्वजनिक रूप से उजागर करने पर अधिकतम दो साल की सजा देने का प्रावधान है. इसके साथ ही कोर्ट के पास जुर्माना लगाने का भी अधिकार है.


एबीपी न्यूज ने एपी सिंह के इस बर्ताव की कड़ी निंदा की है. लाइव चर्चा के दौरान पैनल पर मौजूद निर्भया केस की वकील सीमा कुशवाह ने एपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. सीमा कुशवाह ने कहा, "पीड़िता का इस तरह से नाम लेने पर एपी सिंह के खिलाफ एफआईआर हो सकती है. दूसरी बात, ये इस मामले को राजनीति एंगल देने की कोशिश कर रहे हैं. ये परिवार पर ही लड़की को मारने का आरोप कैसे लगा सकते हैं"


एबीपी न्यूज पर चर्चा के दौरान पैनल पर सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भी मौजूद थी. एपी सिंह के बारे में योगिता ने कहा, "ये अपने आप में अनोखे वकील हैं. इन्हें कानून की कोई जानकारी नहीं है. इन्होंने ही सभी आरोपियों को बचाने का ठेका ले रखा है. कोर्ट के अंदर इन्होंने खराब भाषा का इस्तेमाल किया है. इसलिए इनपर कार्रवाई जरूर होना चाहिए."


आरोपियों के वकील एपी सिंह का क्या कहा
एपी सिंह ने आपोरियों के बचाव में एबीपी न्यूज पर चर्चा के दौरान कहा, "लव अफेयर के चक्कर में लड़की के घरवालों ने उसे मार दिया. गांव में पीड़िता और आरोपी का घर पास-पास है. लेकिन फिर भी पीड़िता के भाई और आरोपी के बीच फोन पर साढ़ें पांच घंटे बात हुई. ये पता करने की जरूरत है कि दोनों के बीच आखिर क्या बात होती थी, जब दोनों का घर पास-पास है."


बता दें, वकील एपी सिंह आठ साल पहले दिल्ली में हुए निर्भया रेप केस के आरोपियों के बचाव में भी केस लड़ चुके हैं. अब हाथरस की निर्भया के आरोपियों की ओर से केस लड़ रहे हैं.


ये भी पढ़ें-
गोरखपुरः बीजेपी सांसद रविकिशन का दावा- हाथरस के बहाने रची जा रही थी योगी सरकार के खिलाफ साजिश
हाथरस: सांसद राजवीर दिलेर और उनकी बेटी मंजू दिलेर से इलाके के लोगों में बेहद नाराजगी, जाति की राजनीति करने का आरोप