नई दिल्ली: कोरोना नियमों की लापरवाही के कारण दिल्ली में पहली बार किसी बाजार पर गाज गिरी है. भीड़ को नियंत्रित ना कर पाने और अन्य नियमों का उल्लंघन करने पर दिल्ली के लक्ष्मी नगर मार्केट को 5 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया है.
इसके संबंध में पूर्वी जिला प्रशासन ने मंगलवार देर रात आदेश भी जारी कर दिया है. जिसमें लक्ष्मी नगर मेन मार्केट, विकास मार्ग से लवली पब्लिक स्कूल, किशनकुंज , मंगल बाजार, विजय चौक, सुभाष चौक, जगतराम पार्क, और गुरु रामदास नगर के खुलने पर प्रतिबंध लगा है. यहाँ जरूरी चीजों को छोड़कर बाकी सभी दुकानें बंद रहेंगी.
व्यापारी संगठन इस फैसले से काफी नाराज़ हैं
इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली में व्यापारियों के संगठन चैम्बर ऑफ ट्रेड के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि दिल्ली में करीब 950 छोटे-बड़े बाजार हैं, जिनमें 50 बाजारों में भी भीड़ नहीं दिखाई देगी. कोविड की वजह से अभी बिजनेस नहीं है, कारोबारियों की हालात खराब है और बाज़ार में भीड़ के लिए जिम्मेदार व्यापारी नहीं हैं.
व्यापारी संगठन इस फैसले से काफी नाराज़ हैं और व्यापारियों ने यह बात भी सामने रखी है कि व्यापारी अपनी दुकान, दफ्तर और गोदाम के भीतर कोविड गाइडलाइन्स को सुनिश्चित कर सकता है लेकिन बाजारों में बाहर सड़क पर और सार्वजनिक जगहों में पुलिस और प्रशासन को मेहनत करनी होगी.
सीटीआई की टीम इस मुद्दे पर लक्ष्मी नगर पुलिस थाना और स्थानीय डीएम से मुलाकात करेगी
जिस किसी बाजार में भीड़ दिखती है, तो प्रशासन को संबंधित मार्केट एसोसिएशन्स के साथ मीटिंग कर हालात सुधारने पर काम करना चाहिए. इसे मुद्दे को उठाते हुए सीटीआई के महासचिव विष्णु भार्गव और रमेश आहूजा ने बताया कि जल्द ही सीटीआई की टीम इस मुद्दे पर लक्ष्मी नगर पुलिस थाना और स्थानीय डीएम से मुलाकात करेगी.
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