तिरुवनंतपुरम: केरल में सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) आगामी लोकसभा चुनावों में छह मौजूदा सांसदों और इतने ही संख्या में मौजूदा विधायकों को चुनावी मैदान में उतारेगा. वाम मोर्चे में सबसे बड़ी साझेदार मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) 16 उम्मीदवार उतारेगी जिनमें छह सांसद और चार विधायक होंगे वहीं दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) चार सीटों पर लड़ेगी और दो मौजूदा विधायक उतारेगी.


दो महिलाएं और माकपा समर्थित दो निर्दलीय भी शामिल


सत्तारूढ़ गठबंधन ने जिन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है उनमें दो महिलाएं और माकपा समर्थित दो निर्दलीय भी शामिल हैं. सभी सीटों का बंटवारा माकपा और भाकपा के बीच हो जाने से 10 सदस्यीय मजबूत एलडीएफ के अन्य सहयोगियों के पास कोई सीट नहीं बचती है.


माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालाकृष्णन ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की सूची को घोषणा करते हुए शनिवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव महत्त्वपूर्ण हैं और संसद में वामपंथी मोर्चे की ताकत को बढ़ाने के लिहाज से अपरिहार्य हैं.





2014 में राज्य में अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी बीजेपी

कांग्रेस नीत यूडीएफ ने 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान 12 सीटों पर जीत हासिल की थी और माकपा नीत एलडीएफ ने आठ सीटों पर जबकि बीजेपी राज्य में अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी. विपक्षी यूडीएफ और बीजेपी की ओर से अपने उम्मीदवारों की सूची की आधिकारिक घोषणा किया जाना अभी बाकी है.


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