Mumbai News: बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहे पुल का एक हिस्सा रविवार (6 जून) को ढह गया. एक साल में ये दूसरा मौका है जब इस पुल का हिस्सा टूटा है. इस बीच कांग्रेस के पूर्व नगर सेवक और बीएमसी में विपक्ष के नेता रवि राजा ने इस पुल को बनाने वाले ठेकेदार की कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. रवि राजा का कहना है इसी कंपनी के पास गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड पर फ्लाईओवर और एलिवेटेड ब्रिज का काम है जिसे बीएमसी ने दिया है.
पूर्व नगरसेवक की मांग है कि पुल बनाने वाली कंस्ट्रक्शन कंपनी को बीएमसी को ब्लैकलिस्ट करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि अब तक पूरे हुए काम की जांच करनी चाहिए. बीजेपी की तरफ से भी इस मुद्दे पर बीएमसी से इस कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की मांग की गई है. रवि राजा ने एबीपी न्यूज को बताया कि एसपी सिंगला कंपनी को गोरेगांव मुलुंड लिंक रोड का काम देने के प्रस्ताव को दिसंबर 2021 में मंजूरी दी गई थी और जनवरी 2022 में वर्क ऑर्डर दिया गया था.
बीएमसी नेता ने पूछा कौन लेगा जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि ये मुंबई के लिए एक नई कंपनी है और उसे काम दिया गया था. जो काम हो रहा है वह ठीक से नहीं हो पा रहा है. साल में सिर्फ 20 फीसदी काम ही पूरा हो पाता है. दुनिया ने देखा कि बिहार में कैसे इस कंपनी का पुल ढह गया. इसलिए हमने तुरंत पत्र लिखकर कमिश्नर से पुनर्विचार की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर यहां भी ऐसी घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन है? जब किसी कंपनी को दूसरे राज्य में ब्लैकलिस्ट किया जाता है, तो उसे इस राज्य में भी ब्लैकलिस्ट किया जाएगा.
बीजेपी ने भी उठाए कई गंभीर सवाल
उन्होंने मांग की है कि आयुक्त इसे लेकर गंभीरता से संज्ञान ले और इस कंपनी को दिया गया काम निरस्त कर दूसरा टेंडर जारी करें. ये करीब 800 करोड़ रुपये का काम है, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है. इस मुद्दे पर बीजेपी के प्रवक्ता राम कदम ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने आरोपा लगाया कि मुबंई की लुटेरी उद्धव सरकार ने ऐसी कंपनी को गोरेगांव मुलुंड टनल बनाने का काम दिया है जिसका बिहार में बनाया हुआ ब्रिज गिर गया. सवाल उठता है कि वही कंपनी गोरेगांव मुलुंड टनल बना रही है तो वह कितना सुरक्षित है?
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