प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लीडर्स समिट ऑन क्लाइमेट के दौरान गुरूवार को कहा कि वैश्विक महामारी के आगे मानवता संघर्ष कर रही है. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम हमें याद दिलाता है कि जलवायु परिवर्तन गंभीर चुनौतियां अभी खत्म नहीं हुई हैं. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अपनी विकास चुनौतियों के बावजूद स्वच्छ ऊर्जा, ऊर्जा प्रभाविता और जैव विविधता को लेकर हमने कई साहसिक कदम उठाए हैं.


अमेरिका की तरफ से आयोजित डिजिटल जलवायु शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत. उन्होंने कहा कि यह पहल करने के लिए मैं राष्ट्रपति जो बाइडन को धन्यवाद देना चाहूंगा.






अमेरिका की तरफ से आयोजित डिजिटल जलवायु शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा  कि हमें तेज गति से, बड़े पैमाने पर और वैश्विक संभावना के साथ ठोस कदम उठाने की जरूरत है. प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा- राष्ट्रपति बिडेन और मैं 'भारत-अमेरिका जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 साझेदारी' शुरू कर रहे हैं. हम निवेश जुटाने में मदद करेंगे, स्वच्छ प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करेंगे.


पीएम मोदी ने कहा- आज, जैसा कि हम वैश्विक जलवायु कार्रवाई पर चर्चा करते हैं, मैं आपके सामने एक विचार छोड़ना चाहता हूं. भारत की प्रति व्यक्ति कार्बन फुटप्रिंट वैश्विक औसत से करीब 60% कम है क्योंकि हमारी जीवन शैली अभी भी स्थायी पारंपरिक प्रथाओं पर आधारित है.


ये भी पढ़ें: दिल्ली सरकार ने लिस्ट जारी कर बताया राजधानी के इन 6 अस्पतालों में नहीं है ऑक्सीजन, हर्षवर्धन को लिखी चिट्ठी