बराक ओबामा हमेशा जेब में रखते हैं हनुमान की मूर्ति, जानें बजरंग बली की ऐसी ही 25 बातें
हनुमान जी को लेकर देशभर में कई लोककथायें प्रचलित हैं. आज हम आपको उनसे जुड़ी हुई ऐसी ही कुछ पच्चीस बातें बता रहे हैं.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अलवर जिले के मालाखेड़ा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भगवान हनुमान को दलित, वनवासी, गिरवासी और वंचित करार दिया था. जिसके बाद से ही सियासी घमासान तेज हो गया. किसी ने हनुमान को आर्य तो किसी ने आदिवासी समुदाय से संबंधित बता दिया था. सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर गहमा गहमी का माहौल बना रहा. आज हम आपको हनुमान से जुड़ी ऐसी ही पच्चीस कहानियां बताते है.
1.योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के साथ गोरक्षपीठ के महंत भी हैं. लेकिन राजस्थान में चुनावी सभाओं के दौरान योगी आदित्यनाथ ने बजरंग बली को वनवासी और वंचित करार दिया.
2.राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कई बार हनुमान का जिक्र किया. राजस्थान के कोटा में हुई रैली में तो उन्होंने लोगों को बजरंगी संकल्प दिलाया कि वोट बीजेपी को ही देना.
3.मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कमलनाथ के इस बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि तुम्हें अली मुबारक हो, हमारे साथ बजरंग बली हैं ही.
4. विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने योगी के इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए भगवान की जाति बताने को शर्मनाक बताया. साधु संतों ने भी हनुमान को राजनीति में लाने की आलोचना की है.
5. इस बयान के बाद योगी के खिलाफ कई केस दर्ज किए गये हैं. बिहार के समस्तीपुर में धार्मिक भावना के उल्लंघन और धर्मनिरपेक्षता को खंडित करने का मामला दर्ज कराया गया है.
6. विवाद बढ़ने के बाद बीजेपी योगी आदित्यनाथ के बचाव में उतर आई. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष और भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी ने गाना गाकर योगी का बचाव किया.
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7. विवादों में घिरे योगी आदित्यनाथ ने कुंभनगरी प्रयागराज में हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना की. उन्होंने मामले पर विवाद खड़ा किए जाने पर उन्होंने नाराजगी जताई.
8. मोदी सरकार में केंद्रीय मानव विकास संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल चौधरी ने राजस्थान के अलवर में हनुमान को आर्य कह कर नया विवाद खड़ा कर दिया.
9. मान्यता के अनुसार हनुमान भगवान शंकर के 11वें रुद्रावतार माने जाते हैं. हनुमान के पिता सुमेरू पर्वत के वानरराज राजा केसरी थे और माता अंजनी थी. यही वजह है उनके लिए केसरीनंदन और अंजनीसुत जैसे शब्द इस्तेमाल किए जाते हैं.
10. मारुत संस्कृत: का शब्द है जिसका मतलब है हवा. पौराणिक कथाओं के अनुसार हनुमान "मारुति" अर्थात हवा के बेटे हैं. यही वजह है कि हनुमान को पवन पुत्र के नाम से भी जाना जाता है
11. मान्यताओं के मुताबिक हनुमान ने बचपन में सूरज को निगल लिया था. जिसके बाद इंद्र ने उन पर वज्र से प्रहार कर दिया था जिससे उनकी हनु यानी ढोड़ी टेढ़ी हो गई इसलिए उनका नाम हनुमान पड़ा.
12. हनुमान बचपन से नटखट थे. इसलिए वो ऋषि मुनियों को तंग किया करते थे. एक दिन उनकी इन्हीं शैतानियों से तंग आकर ऋषि मुनियों ने उन्हें अपनी सारी शक्तियां भूल जाने का श्राप दिया था. लेकिन माफी मांगने पर कहा था कि याद दिलाने पर उन्हें अपनी शक्तियां फिर से याद आ जाएंगी.
13. सीता हरण के बाद श्रीराम जब खोज करते-करते किष्किंधा पहुंचे थे. तब बाली के डर से छिप कर रह रहे सुग्रीव ने हनुमान को पता करने भेजा थी कि राम और लक्ष्मण कौन हैं. यहीं पर हनुमान और श्रीराम की मुलाकात हुई थी.
14. मान्यता है कि सीता की खोज के लिए उड़ कर पवनपुत्र ने समुद्र पार किया था. यहीं रास्ते में उन्हें सुरसा मिली थी जिसके बाद उन्होंने उसे अपनी बुद्धि से परास्त कर दिया था.
15. हनुमान पर सिंदूर चढ़ाया जाता है. कथा के मुताबिक हनुमान ने सीता को सिंदूर लगाते देखा तो उन्होंने अपने बदन पर भी सिंदूर लगा लिया. इसी के बाद से हनुमान पर सिंदूर चढ़ाने की प्रथा चल निकली.
16.कहते हैं रुद्रावतार हनुमान खुद ही लंका नरेश रावण को परास्त कर सकते थे. पर उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने राम का संदेश दिया. लेकिन जब बंदी बने हनुमान की पूंछ पर असुर राज ने आग लगवाई तो उसके जवाब में हनुमान ने लंका ही जला दी.17. मेघनाथ से युद्ध के दौरान श्री राम को छोटे भाई लक्ष्मण, मेघनाद के शक्ति प्रहार से मूर्छित हो गए. ऐसे में लक्ष्मण के प्राण बचाने के लिए संजीवनी लाने निकले. संजीवनी को पहचान ना पाने के कारण वो पूरा पर्वत ही उठा लाए थे.
18. हनुमान की एक कथा महाभारत से भी जुड़ी है. कहते हैं एक बार महाबलशाली भीम का गर्व तोड़ने के लिए हनुमान ने दर्शन दिए. भीम सारी कोशिशों के बाद भी हनुमान की पूंछ को हिला नहीं पाया.
19. मान्यता के मताबिक श्रीराम के लौटने पर हनुमान भी उनके साथ अयोध्या आए. हनुमान जी को जब उपहार में माला दी गई तो उन्होंने ये तोड़ कर फेंक दी. पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इसमें राम नाम नहीं सुनाई दे रहा. इसके बाद उन्होंने सीना चीर कर दिखाया जहां दरबार में मौजूद सभी को उनके सीने में राम दिखाई दिए.
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20. वाराणसी में तुलसीदास ने रामचरित मानस के साथ-साथ हनुमान चालीसा की भी रचना की. बजरंगबली की अराधना में हनुमान चालीसा सबसे ज्यादा पढ़ी जाती है. इसमें हनुमान की हर लीला का जिक्र है.
21. वाराणसी में ही तुलसीदास जी ने संकट मोचक मंदिर की स्थापना की थी. मान्यता है कि इस मंदिर में मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है. वाराणसी का संकट मोचक मंदिर देश में बजरंगबली के सबसे मशहूर मंदिरों में से एक है.
22. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ भी हनुमान का नाम जुड़ा हुआ है. दरअसल ओबामा को उनके पिता ने एक हनुमान की प्रतिमा दी थी. ओबामा के लिए हनुमान जी की प्रतिमा हर मुश्किल खड़ी में निकलने का साहस देती रही है.
23. भारत के अलावा थाईलैंड, बर्मा, कंबोडिया, लाओस, मलेशिया और इंडोनेशिया में भी हनुमान की पूजा होती है.
24. फिल्म अभिनेता दारा सिंह ने रामानंद सागर की रामायण में हनुमान का किरदार निभाया था. दारा सिंह पहलवान रह चुके हैं लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा प्रसिद्धि हनुमान के किरदार से ही मिली. यहां तक की जब दारा सिंह नहीं रहे तब भी उन्हें देश ने हनुमान के उनके किरदार के लिए ही याद किया.
25. इस बार कुंभ मेला प्रयागराज में लग रहा है. इस बार कुंभ मेले के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन ने हनुमान जी की आरती की. प्रयागराज में लेटे हुए हनुमान को नगर कोतवाल कहा जाता है.
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