नई दिल्ली: नागरिक संशोधन कानून पर चल रहे विवाद के बीच मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर अपने बयान से नया विवाद खड़ा कर दिया है. गिरिराज सिंह ने स्कूलों की प्रार्थना में हनुमान चालीसा और गीता का पाठ कराने की मांग की थी. गिरिराज के इस बयान को लेकर अब विपक्ष ने उन्हें आड़े हाथों लिया है.
अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाने वाले बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि देशभर के स्कूलों और शिक्षक संस्थानों में सुबह की प्रार्थना में हनुमान चालीसा और गीता का पाठ करवाना चाहिए. उनके इस बयान को लेकर लेफ्ट के नेताओं ने उनपर पलटवार किया है.
एबीपी न्यूज से खास बातचीत में सीपीआई महासचिव डी राजा ने कहा है कि गिरिराज सिंह समाज को विभाजित करने के लिए ऐसे बयान देते हैं. उन्होंने कहा कि वे एक कौम को दूसरी कौम के खिलाफ खड़ा करते हैं. डी राजा ने कहा कि हम गिरिराज के इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं.
अपनी बातचीत के दौरान राजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी भी समाज को विभाजित करने का काम करते हैं. उन्होंने कहा "पीएम मोदी अपने भाषण में कहते हैं कि प्रदर्शनकारियों को उनके कपड़े देखकर ही पहचाना जा सकता है."
डी राजा ने कहा कि लेफ्ट की पार्टियां मोदी सरकार की विभाजनकारी नीतियों को पुरजोर विरोध करेंगी. डी राजा ने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून संविधान के खिलाफ है और इसका विरोध किया जाएगा ताकी इस कानून को वापस लिया जाए.
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