दिल्ली में बम धमाके का ईरानी कनेक्शन! धमाके वाली जगह पर मिले लेटर में ब्लास्ट को बताया गया 'ट्रेलर'
राजधानी के अति सुरक्षित समझे जाने वाले वीआईपी जोन में शुक्रवार की शाम 5:05 पर हुए धमाके ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था की कलई खोल दी है. सुरक्षा व्यवस्था को और चौकस कर दिया गया है साथ ही आरोपियों को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की छापेमारी लगातार जारी है.
![दिल्ली में बम धमाके का ईरानी कनेक्शन! धमाके वाली जगह पर मिले लेटर में ब्लास्ट को बताया गया 'ट्रेलर' Letter recovered from blast site out Israel embassy shows Iran connection behind embassy blast ANN दिल्ली में बम धमाके का ईरानी कनेक्शन! धमाके वाली जगह पर मिले लेटर में ब्लास्ट को बताया गया 'ट्रेलर'](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2021/01/30161046/Delhi-Blast.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने आज सुबह इजराइली दूतावास के निकट उस जगह का दौरा किया, जहां आईईडी विस्फोट हुआ था. टीम विस्फोट की जांच कर रही है और इस संबंधी सबूत एकत्र कर रही है. सूत्रों से जानकारी मिली है कि जांच के दौरान पुलिस को एक लेटर बरामद हुआ है. लेटर में कहा गया है कि ये एक 'ट्रेलर' था. इसमें दो ईरानियों की हत्या का भी जिक्र किया गया है. हाल ही में तेहरान के करीब ईरान के बड़े परमाणु वैज्ञानिक की ड्रोन-गन से हत्या की गई थी. ईरान इसके लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराता है.
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक बम घटनास्थल से जो पत्र मिला है उस पूरे 1 पेज के मजमून का एक लाइन का अर्थ है कि 'हम बदला लेंगे.' दिल्ली पुलिस ने पिछले एक सप्ताह के दौरान ईरान के कितने नागरिक भारत आए और वापस गए. यह ईरानी नागरिक भारत में कहां कहां रुके थे और इन लोगों से किन-किन लोगों ने मुलाकात की थी. इस बाबत जानकारी जुटाने शुरू कर दी है. पिछली बार भी साल 2013 में अफसर ईरानी नाम का शख्स बम धमाके के फौरन बाद विदेश भाग गया था.
लेटर में किन दो ईरानियों की हत्या का जिक्र 30 नवंबर 2020 को ईरान एक परमाणु वैज्ञानिक की ड्रोन अटैक में हत्या हुई थी. उसके लिए ईरान के राष्ट्रपति ने सीधे तौर से इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था. इससे पहले 2012 में इजरायली राजनयिक की कार पर जो हमला हुआ था उसमें भी तार ईरान से जुड़े पाए गए थे. दिल्ली के ही एक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया था जो ईरान की न्यूज एजेंसी के लिए काम करता था.
2012 बम हमले की जांच में भी इजरायल की टॉप सीक्रेट सर्विस, मोसाद ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और भारत की खुफिया एजेंसियों की मदद की थी. ये तक कहा जाता है कि मोसाद की टिप-ऑफ से ही केस क्रैक किया गया था.
भारत ने इजराइल के विदेश मंत्री से बात की दिल्ली के लुटियंस इलाके में औरंगजेब रोड पर स्थित इजराइली दूतावास के निकट शुक्रवार शाम मामूली आईईडी विस्फोट हुआ था. धमाका उस समय समय हुआ, जब वहां से कुछ किमी दूर गणतंत्र दिवस समारोहों के समापन के तौर पर होने वाला 'बीटिंग रीट्रिट' कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वैकेंया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने घटना को लेकर इजराइल के विदेश मंत्री गाबी अश्केनाज से फोन पर बात कर उन्हें इजराइल के राजयनिकों और उसके मिशनों की पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया था.
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