सहारनपुर: कोरोना वायरस का कोहराम देशभर में जारी है. देशभर के लोग जहां इस जानलेवा वायरस की वजह से घरों में क़ैद रहने को मजबूर हैं. लोगों की मदद को अब देश का सबसे बड़ा इस्लामी शिक्षण संस्थान आगे आया है. देवबंद के दारूल उलूम के कुलपति मुफ्ती अब्दुल कासिम नोमानी ने मदरसे की एक बिल्डिंग को आइलोशन वार्ड के तौर पर इस्तेमाल करने की पेशकश की है.
इस पेशकश को लेकर दारूल उलूम के कुलपति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है. इसके साथ ही उन्होंने सहारनपुर के जिलाधिकारी को भी चिट्ठी लिखकर पेशकश की है. उन्होंने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को रखने के लिए आइसोलशन वार्ड बनाने के लिए अपने संस्थान का एक भवन सरकार को देने की पेशकश सोमवार को की.
देवबंद मदरसे के प्रवक्ता ने फोन पर बताया कि इस संबंध में उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भेजा है. प्रवक्ता ने लिखा है कि उनके संस्थान का यह भवन मुख्य राजमार्ग के निकट स्थित है, ऐसे में उसका इस्तेमाल आसान होगा.
वहीं इस पत्र की कॉपी को देवबंद के उपजिलाधिकारी समेत सहारनपुर के ज़िलाधिकारी, सीएमओ और एडीएम फ़ाइनेंस को भी भेजा है. जिस बिल्डिंग को दारूल उलूम ने आइलोशन के तौर पर देने की पेशकश की है उस बिल्डिंग का नाम दारूल क़ुरान है. यह बिल्डिंग देवबंद के जीटी रोड पर स्थित है.
ग़ौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अब तक 70 से अधिक लोगों को कोरोना पॉज़िटिव पाया गया है. वहीं प्रदेश में इस जानलेवा महामारी से निपटने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लॉकडाउन का पालन सख़्ती से करा रहे हैं. वहीं योगी आदित्यनाथ ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भावुक अपील की है. उन्होंने कहा है कि UP के नागरिकों की सभी राज्य सरकारें हिफाजत करें.