नई दिल्ली:  देश में प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत पिछले करीब साढ़े तीन साल में लगभग 31 करोड़ खाते खोले गये हैं. लेकिन इस दौरान सरकार को इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत जीवन बीमा के केवल 5,177 दावे मिले हैं. इनमें से 4,543 दावों में 13.62 करोड़ रुपये की जीवन बीमा राशि का भुगतान किया गया है. सूचना के अधिकार (आरटीआई) से यह पता चला है.


मध्यप्रदेश के नीमच​ निवासी सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने बताया कि उनकी आरटीआई अर्जी पर वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग ने 12 जनवरी तक की स्थिति के मुताबिक उन्हें यह जानकारी दी है. जन धन खाता धारक की मत्यु होने पर उसके नॉमिनी को 30,000 रुपये की जीवन बीमा राशि प्रदान की जाती है.


अब तक 23.40 करोड़ रुपये की बीमा राशि का भुगतान किया गया है


आरटीआई अर्जी पर मिले जवाब से यह भी मालूम पड़ा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत सरकार को इस पीरियड में रुपे कार्ड से जुड़ी दुर्घटना बीमा योजना के कुल 3,324 दावे प्राप्त हुए हैं. इनमें से 2,340 दावों में 23.40 करोड़ रुपये की बीमा राशि का भुगतान किया गया है. योजना के तहत जन धन खाता धारक को एक लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर प्रदान किया जाता है.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की औपचारिक शुरूआत 28 अगस्त 2014 को  की थी


गौड़ ने कहा, "जन धन खाता धारकों की 31 करोड़ की बड़ी तादाद के मुकाबले जीवन बीमा और दुर्घटना बीमा के प्राप्त दावों की संख्या बेहद कम है. सरकार को चाहिए कि वह इस सिलसिले में जागरूकता बढ़ाये, ताकि गरीब तबके के लोगों को पीएमजेडीवाय का पूरा लाभ मिल सके." सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि उन्होंने आरटीआई के तहत यह ब्योरा भी मांगा था कि सरकार ने जन धन योजना के तहत किन बीमा कम्पनियों को अब तक कितने प्रीमियम का भुगतान किया है. लेकिन उन्हें इस जानकारी का अब त​क इंतजार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएमजेडीवाय की 28 अगस्त 2014 को औपचारिक शुरूआत की थी. यह देश के गरीब तबके के लोगों को बैंकिंग और दूसरी वित्तीय सेवाओं से जोड़ने का महत्वाकांक्षी सरकारी कार्यक्रम है.