Top 10 countries in the Hunger Index: ग्लोबल हंगर इंडेक्स (Global Hunger Index) की इस साल की लिस्ट जारी हो चुकी है, जिसके मुताबिक भुखमरी (Hunger) के शिकार देशों में भारत 107वें नंबर पर है. भारत, युद्धग्रस्त अफगानिस्तान (Afghanistan) को छोड़कर दक्षिण एशिया के लगभग सभी देशों से पीछे है. वहीं, अगर दुनिया के सबसे ज्यादा भुखमरी वाले देशों की बात करें तो इसमें हैती (Haiti) को सबसे ऊपर रखा गया है.
पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार को 99, 64, 84, 81 और 71वां स्थान दिया गया है. सभी देश भारत से ऊपर हैं. पांच से कम स्कोर के साथ 17 देशों को सामूहिक रूप से 1 और 17 के बीच स्थान दिया गया है, जिसमें चीन, तुर्की, कुवैत, बेलारूस, उरुग्वे और चिली शामिल हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि गिनी, मोजाम्बिक, युगांडा, जिम्बाब्वे, बुरुंडी, सोमालिया, दक्षिण सूडान और सीरिया सहित 15 देशों के लिए रैंक का निर्धारण नहीं किया जा सकता है.
किस तरह की जाती है रैंकिंग
ग्लोबल हंगर इंडेक्स स्कोर की गणना 100 अंकों के पैमाने पर की जाती है, जो भूख की गंभीरता को दर्शाता है. इसमें शून्य सबसे अच्छा स्कोर है (भूख नहीं) और 100 सबसे खराब है. इसमें अफगानिस्तान 109 अंक के साथ दक्षिण एशिया का एकमात्र देश है जो इस लिस्ट में भारत से भी खराब प्रदर्शन करता है. इसे अल्पपोषण, बाल स्टंटिंग, बाल बर्बादी और बाल मृत्यु दर के हिसाब से आंका जाता है.
क्या है भारत की स्थिति
भारत का स्कोर 29.1 है, जो कि बेहद गंभीर श्रेणी में आता है. भारत में बच्चों के बर्बाद होने की दर 19.3 प्रतिशत रही, जोकि 2014 (15.1 प्रतिशत) और 2000 (17.15 प्रतिशत) से भी ज्यादा खराब रही. भारत में 2018 से 2020 के बीच कुल कुपोषण का आंकड़ा 14.6 फीसदी था. 2019 से 2021 के बीच ये बढ़कर 16.3 फीसदी हो गया था. दुनिया में कुल 82.8 करोड़ लोग कुपोषण का सामना कर रहे हैं. इसमें केवल भारत में ही 22.4 करोड़ लोग शामिल हैं.
मुस्लिम बहुल देशों की स्थिति
ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट में अगर मुस्लिम बहुल देशों की स्थिति की बात की जाए तो यूएई 18वें, उज़्बेकिस्तान 21वें, , ट्यूनीशिया 26वें, कज़ाख़स्तान 24वें, सऊदी अरब 30वें और ईरान 29वें स्थान पर है. वहीं, भारत के पड़ोसी देश नेपाल 81वें स्थान पर जबकि बांग्लादेश 84वें स्थान पर है.
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