Judges Appointed As Governors: केंद्र सरकार ने रविवार (12 फरवरी) को 13 राज्यों के राज्यपाल बदले हैं. इनमें से एक पूर्व जस्टिस एस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. जस्टिस नजीर (Justice Abdul Nazeer) एक महीने पहले ही 4 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे. इससे पहले उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की बेंच में लगभग छह साल सेवा की थी. चलिए आपको बताते हैं नजीर से पहले कौन से वो जज थे जिन्हें राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया. 


जस्टिस नजीर (Justice Abdul Nazeer) ने सुप्रीम कोर्ट में रहते राम मंदिर, ट्रिपल तलाक जैसे अहम मामलों की सुनवाई की है. राम मंदिर मामले को सुलझाने के लिए बनी पांच जजों की बेंच में पूर्व जस्टिस नजीर भी थे. जस्टिस नजीर का जन्म 5 जनवरी, 1958 को हुआ था और उन्होंने 18 फरवरी, 1983 में वकालत की दुनिया में कदम रखा था. 


कौन-कौन जज इस लिस्ट में शामिल 


जस्टिस नजीर से पहले, कम से कम दो अन्य सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट के जजों को हाल के सालों में राज्यों का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. भारत के पूर्व मुख्य जस्टिस पी सदाशिव और पूर्व जस्टिस एम फातिमा बीवी इसमें शामिल हैं. 


इन जजों को बनाया गया था राज्यपाल 


2014- इससे पहले एनडीए सरकार ने साल 2014 भारत के सेवानिवृत्त चीफ जस्टिस पी सदाशिवम को केरल के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया. 


1997- एम. ​​फातिमा बीवी सुप्रीम कोर्ट का हिस्सा बनने वाली पहली महिला जस्टिस थीं. बाद में उन्हें 1997 से 2001 तक तमिलनाडु के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया. 


1952- राजभवन में भेजे जाने वाले पहले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सर सैयद फजल अली थे. वह मई 1952 में रिटायर हुए और इसी के अगले महीने ओडिशा के राज्यपाल बनाए गए. 


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