मेघालय-नगालैंड विधानसभा चुनाव: मेघालय में 67% तो नगालैंड में 75% वोटिंग
बीजेपी नगालैंड और मेघालय में अपने पांव पसारने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस मेघालय में बीते 10 साल से सत्ता पर है.
शिलांग/कोहिमा: मेघालय विधानसभा चुनाव के लिए आज शाम चार बजे तक 67 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया. मेघालय में 60 विधानसभा सीटों में से 59 सीटों के लिए वोट डाले गए. वहीं नगालैंड में 75 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई. नगालैंड की बात करें तो यहां भी 60 विधानसभा सीटें हैं लेकिन यहां भी 59 सीटों के लिए मतदान हुआ. मेघालय और नगालैंड के चुनाव तीन मार्च को आएंगे. इसी दिन त्रिपुरा चुनाव के नतीजे भी आएंगे.
LIVE UPDATES:
6:27 PM: नगालैण्ड में आज हुए विधानसभा चुनाव में 11 लाख मतदाताओं में से 75 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. यह जानकारी यहां निर्वाचन आयोग ने दी. मतदान शाम चार बजे संपन्न हो गया, लेकिन इसके बाद भी मतदान केंद्रों के बाहर लोग कतारों में खड़े देखे गए, जिससे चुनाव प्रतिशत और बढ़ेगा.
6:22PM: मेघालय विधानसभा चुनाव के लिए आज शाम चार बजे तक 67 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया. मुख्य निर्वाचन अधिकारी एफआर खारकोंगोर ने कहा, ‘‘शाम चार बजे तक 67 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ. मतदान शांतिपूर्ण रहा.’’
10: 35 AM: मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने आज सुबह करीब साढ़े दस बजे शिलांग में वोट डाला.
08.05 AM: नागालैंड में सुबह सात बजे से वोटिंग शुरु हो गई है. सुबह से ही पोलिंग बूथ पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरु हो गई है.
#NagalandElection2018: Voting underway at a polling station in Peren district's Jalukie pic.twitter.com/1YzSVzdMJo
— ANI (@ANI) February 27, 2018
क्या कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगा पाएगी बीजेपी?
मेघालय में 18 फरवरी को ईस्ट गारो हिल्स जिले में एक आईईडी विस्फोट में एनसीपी प्रत्याशी जोनाथन एन संगमा की मौत हो जाने की वजह से विलियमनगर सीट पर चुनाव रद्द कर दिया गया है. नगालैंड में एनडीपीपी प्रमुख नीफियू रियो को उत्तरी अंगामी..द्वितीय विधानसभा सीट से निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है. दोनों ही राज्यों में और त्रिपुरा में चुनाव के नतीजें 3 मार्च को घोषित किए जाएंगे.
कांग्रेस का गढ़ रहा है पूर्वोत्तर
असम, मणिपुर और अरूणाचल प्रदेश में सरकार बनाने से उत्साहित बीजेपी अब नगालैंड और मेघालय में अपने पांव पसारने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस के लिए मेघालय में मिलने वाले चुनाव के परिणाम महत्वपूर्ण रहेंगे क्योंकि इस राज्य में वह बीते 10 साल से सत्ता पर है. बीजेपी नगालैंड और मेघालय को अपने पाले में डालने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. वैसे भी पूर्वोत्तर कांग्रेस का गढ़ रहा है और परंपरागत रूप से बीजेपी यहां हाशिये पर ही रही है.
मेघालय में कांग्रेस ने उतारे47 सीटों पर प्रत्याशी
मेघालय में कांग्रेस ने 59 और बीजेपी ने 47 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं. इस राज्य में लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष पीए संगमा के पुत्र कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और बीजेपी अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं लेकिन नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस(एनईडीए) में एनपीपी बीजेपी की सहयोगी है.
नगालैंड में बीजेपी-एनडीपीपी का गठबंधन
नगालैंड में बीजेपी को नीफियू रियो की नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के साथ किनारे लगने की उम्मीद है. दोनों गठबंधन भागीदारों में से एनडीपीपी ने 40 सीटों पर और बीजेपी ने बाकी 20 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं. साल 1963 में नगालैंड के अस्तित्व में आने के बाद कांग्रेस ने तीन मुख्यमंत्री दिए. लेकिन वह अब केवल 18 सीटों पर लड़ रही है जबकि बीजेपी यहां 20 सीटों पर खड़ी है.
मेघालय में 370 प्रत्याशी चुनाव मैदान में
मेघालय में 370 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. कुल 18.4 लाख मतदाता राज्य में फैले 3,083 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकारों का उपयोग करेंगे. राज्य में पहली बार 67 महिला मतदान केंद्र और 61 आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. राज्य विधानसभा चुनाव में 32 महिलाएं भी उम्मीदवार हैं. नगालैंड में 11,91,513 मतदाताओं में से 6,01,707 पुरूष और 5,89,806 महिला मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे.
सैन्य सेवाओं में कार्यरत मतदाताओं की संख्या 5,925 हैं. नगालैंड में चुनाव से पहले नगा राजनीतिक मुद्दे के समाधान की मांग कर रही नगालैंड ट्राइबल होहोज एंड सिविल ऑर्गनाइजेशन्स (सीसीएनटीएचसीओ) की कोर समिति ने चुनाव नहीं का फरमान जारी किया है, जिसके चलते राजनीतिक दलों ने खुद को चुनाव प्रक्रिया से अलग कर रखा है.