शियामेन: चीन के शहर शियामेन में ब्रिक्स देशों की बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक के लिए ब्रिक्स के सभी नेता शियामेन में मौजूद हैं.  डोकलाम को लेकर भारत और चीन के बीच हुई तनातनी के बाद चीन में हो रही ये बैठक अहम है, इस बैठक में आतंकवाद के मुद्दे पर भी बातचीत होने की उम्मीद है.

BRICKS SUMMIT 2017 LIVE UPDATES-




    • पीएम मोदी ने इस सम्मेलन में विकासशील देशों की सरकारी और निजी इकाइयों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए ब्रिक्स रेटिंग एजेंसी के जल्द गठन पर जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘’हम गरीबी के उन्मूलन के लिए, स्वास्थ्य, स्वच्छता, कौशल, खाद्य सुरक्षा, लैंगिक समानता, ऊर्जा और शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड में हैं.’’

    • चीन के शियामेन शहर में ब्रिक्स सम्मेलन शुरु हो गया है. इस सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि हम पांचों देश (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) विकास में समान स्टेज पर हैं. उन्होंने कहा कि हमें सभी समस्याएं मिलजुलकर निपटानी होंगी.

    • पीएम मोदी नौवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन के शियामेन शहर पहुंच गए हैं. यहां वह 5 सितंबर तक रहेंगे.



 



  • चीन की ओर से आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान आया है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि हमें आतंकवाद के कारणों पर गौर करने की जरुरत है. जिनपिंग ने कहा है, ''मुझे भरोसा है कि अगर हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को उसके समग्र रूप में देखेंगे और उसके लक्षणों के साथ ही साथ बुनियादी कारणों पर भी ध्यान देंगे तो आतंकियों को कहीं भी छिपने की जगह नहीं मिलेगी.''


किन-किन मुद्दों पर हो सकती है बात

  • इस सम्मेलन में सबकी निगाह भारत और चीन के राष्ट्रपति की मुलाकात पर टिकी होगी.  बातचीत का सबसे बड़ा मुद्दा यह हो सकता है कि डोकलाम जैसी स्थिति आगे उत्पन्न न हो क्योंकि पूरे विश्व की निगाहें इस मुद्दे पर थीं.

  • भारत की ओर से आतंकवाद के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई जा सकती है, क्योंकि सभी देश इससे पीड़ित हैं और पांचों देश इस बात के पक्ष में हैं वहीं, भारत चीन के सबसे भरोसेमंद देश पाकिस्तान पर अपने देश में आतंक फ़ैलाने की बात भी कहता रहा है.

  • ब्रिक्स में सीमा और सुरक्षा मामलों के अलावा व्यापार घाटे पर भी दोनों देशों के बीच चर्चा हो सकती है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोनों देशों के बीच सहमति बनने पर भी उम्मीद की जा रही है. हमेशा देखा गया है कि न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप का मुद्दा हो या मसूद अज़हर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करवाना हो या संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का मुद्दा हो. हर बार चीन ने इन सभी मामलों में अड़ंगा लगाया है.

  • साथ ही उत्तर कोरिया द्वारा हाइड्रोजन बम के परीक्षण से कोरियन पेनिनसुला में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. ब्रिक्स में उस पर भी चर्चा होने की संभावना है.


क्या है ब्रिक्स ?

ब्रिक्स दुनिया की पांच बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों का संगठन है. ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका इसके सदस्य हैं. दुनिया की करीब तैंतालिस फीसदी आबादी इन्हीं पांच देशों में रहती है. ब्रिक्स का आठवां शिखर सम्मेलन गोवा में हुआ था, जिसकी अध्यक्षता भारत ने की थी. गोवा शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को घेरने की भारत की रणनीति काफी सफल रही थी और चीन में भी ये मुद्दा उठाए जाने के आसार हैं.

ब्रिक्स का पूरा कार्यक्रम 

सुबह 09.55- स्वागत समारोह और फोटो ऑप

सुबह 11.10- दोपहर 12.10- ब्रिक्स सम्मेलन

दोपहर 12.15- रूस के साथ द्विपक्षीय वार्ता

शाम 04.00- ब्राज़िल के साथ द्विपक्षीय वार्ता

शाम 05.00- ब्रिक्स सांस्कृतिक समारोह का उद्घाटन

शाम 05. 25- ब्रिक्स नेताओं की ब्रिक्स व्यापार काउंसिल के साथ बातचीत

शाम 06.00- दस्तावेज हस्ताक्षर किए जाएंगे.