LIVE: गणेश मंदिर के बाद पीएम मोदी और शी जिनपिंग तटमंदिर में आए और वहां शी जिनपिंग के सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत में अलारिप्पू नृत्य का आयोजन किया गया और इसके बाद पलाप्पडू नृत्य का प्रदर्शन किया गया. वहीं इसके बाद सेतुबंधनम नृत्य का आनंद पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति ने लिया. तटमंदिर यूनस्को की विश्व विरासत स्थल में शामिल है.


पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने देखा गणेश रथ मंदिर


चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी ने मुलाकात के दौरान महाभारत के पात्रों के नाम पर बने पंच रथ देखे और पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को गणेश रथ मंदिर भी दिखाया. शी जिनपिंग को पीएम मोदी ने अर्जुन की तपस्यास्थली और कृष्णा बटर बॉल दिखाया है. महाबलीपुरम के मुलाकात के स्थल पर बने दर्शनीय स्थल देखने के बाद शी जिनपिंग और पीएम मोदी पंच रथ मंदिर में बैठे और वहां बातचीत की.






महाबलीपुरम में पीएम मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात शुरू


महाबलीपुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात शुरू हो गई है और दोनों नेताओं ने हाथ मिलाकर एक दूसरे का अभिवादन किया. पीएम मोदी और शी जिनपिंग की महामुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें हैं.






पीएम मोदी शी जिनपिंग की मेजबानी के लिए महाबलीपुरम पहुंचे


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी के लिए महाबलीपुरम पहुंच गए हैं, सबसे खास बात ये है कि पीएम मोदी दक्षिण भारतीय पारंपरिक वेशभूषा में नजर आ रहे हैं और इस तरह का नजारा उनके पीएम बनने के बाद पहली बार देखने को मिला है. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी महाबलीपुरम पहुंच चुके हैं.


इस दौरान पीएम मोदी पारंपरिक तमिल परिधान 'विष्टी' (सफेद धोती)आधी बांह की सफेद कमीज के साथ ही अंगवस्त्रम (अंगोछाकंधे पर रखे नजर आए. 






 दोपहर 2 बजे के करीब चेन्नई पहुंचे थे शी जिनपिंग


चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग आज दोपहर 2 बदे के करीब चेन्नई पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के भारत के फैसले पर द्विपक्षीय संबंधों में उतार-चढ़ाव की हालिया स्थिति के तुरंत बाद यह यात्रा हो रही है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी, राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष पी धनपाल ने चीनी राष्ट्रपति का स्वागत किया.


वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक समिट के लिए करीब 24 घंटे की भारत यात्रा पर आये हैं. मेहमान राष्ट्रपति की अगवानी के लिए एक छोटा सांस्कृतिक समारोह भी आयोजित किया गया. तमिलनाडु से करीब 50 किलोमीटर दूर पुरातनकालीन तटीय शहर महाबलीपुरम में यह समिट होगी जो चीन के फुजियान प्रांत के साथ मजबूत व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों के कारण अहम है.





चीनी नेता के स्वागत के लिए हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या में कलाकार रंग-बिरंगे झंडे लेकर कतारों में खड़े थे. वे ढोल बजा रहे थे और परंपरागत संगीत की थाप पर थिरक रहे थे. जिनपिंग के साथ विदेश मंत्री वांग यी और चीन के स्टेट काउंसिलर यांग जियेची आए हैं. दोनों ही भारत में अपने समकक्षों विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ अलग-अलग बातचीत कर सकते हैं.



दोनों पक्षों के अधिकारियों ने कहा कि मोदी-शी शिखर वार्ता में मुख्य रूप से उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच द्विपक्षीय कारोबार और विकास सहयोग को कश्मीर मुद्दे पर मतभेदों और सीमा संबंधी जटिल विषय से अलग ले जाने पर ध्यान होगा.


संबंधों में असहज स्थिति के बावजूद चिनफिंग के भव्य स्वागत के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार की एजेंसियों ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. इस तटीय शहर को रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सजाया गया है. जिनपिंग जिन ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे, उन्हें भी विशेष रूप से सजाया-संवारा गया है. दोनों नेता महाबलीपुरम में बंगाल की खाड़ी को निहारते सातवीं सदी के शोर मंदिर परिसर में अनौपचारिक परिवेश में वार्ता करेंगे.