नई दिल्ली: एससी एसटी एक्ट में बदलाव के खिलाफ भारत बंद के दौरान देशभर में भारी हंगामा हो रहा है. देशभर के 14 राज्य दलितों के भारत बंद से प्रभावित हैं. हिंसा का सबसे ज्यादा असर मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में हुआ है. मध्य प्रदेश में पांच लोगों की मौत हो गई है वहीं राजस्थान के अलवर से भी एक मौत की खबर है. उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में उपद्रवियों ने दुकानों और गाड़ियों को आग लगा दी.
एससी एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सरकार ने पुनर्विचार याचिका दायर की है तो वहीं दूसरी ओर विरोधी अभी सरकार पर हमलावर हैं. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की मानसिकता जातिवादी है, बीजेपी सरकारी शक्तियों और संसाधनों के दमपर इसे बढ़ावा दे रही है. हिंसा के पीछे हमारी पार्टी का कोई हाथ नहीं है.
पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने एससी एसटी एक्ट के दुरुपयोग की चिंता जताते हुए कुछ बदलाव के आदेश दिए थे. जिसके बाद से विपक्ष से लेकर दलित संगठन तक प्रदर्शन कर रहे हैं. इस खबर से जुड़ी हर अपडेट के लिए बने रहे हमारे साथ.
यहां पढ़ें आज दिन भर क्या हुआ?
- भारत बंद को लेकर गृह मंत्रालय का बयान, कहा- हिंसा प्रभावित राज्यों के संपर्क में, जिस राज्य ने मदद मांगी उसे मदद की जाएगी. गृह मंत्रालय के मुताबिक कुछ राज्यों से मौत की खबरें आई है, लेकिन ये आपसी झड़प से हुई मौत. अभी तक पुलिस की गोली से हुई मौत की कोई खबर नहीं आई है.
- बंद के दौरान हिंसा को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का बयान आया है. संघ की ओर कहा गया कि आरएसएस को बदनाम करने की कोशिश हो रही है. आरएसएस ने ट्वीट किया, "न्यायालय के निर्णय की आड़ में जिस प्रकार से संघ के बारे में विषैला दुष्प्रचार करने का प्रयास किया जा रहा है, वह आधारहीन व निंदनीय है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का न्यायालय के इस निर्णय से कोई संबंध नहीं."
- मध्यप्रदेश के मुरैना से धौलपुर तक कई जगह रेल पटरी पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा, वहीं भिंड में ऐहतियातन धारा 144 लगा दी गई है. इसके साथ ही इंटरनेट सेवा पर भी रोक लगाई गई है. इसके अलावा सागर, बालाघाट, दतिया में भी धारा 144 लगाई गई है.
- बंद के दौरा हुई हिंसा को लेकर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई. इस बैठक में तमाम आला अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बैठक से पहले सीएम ने गृहमंत्री से भी बात की.
- मध्यप्रदेश के सीकर जिले में इंटरनेट सेवा पर रात आठ बजे तक रोक लगा दी गई है. बंद के दौरा हुई झड़प के बाद प्रशासन ने लिया फैसला. सीकर के नीमका थाना में बंद समर्थकों ने सात वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
- मध्य प्रदेश के आईजी इंटेलीजेंस ने कहा कि आपसी फायरिंग में लोगों की मौत हुई है, मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है. ग्वालियर, भिंड और मुरैना में फोर्स बढ़ा दिया गया है.
- राजस्थान के अलवर में भी एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है.
- बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा- भारत बंद के दौरान असामाजिक तत्वों ने हिंसा कराई, हिंसा के पीछे हमारी पार्टी नहीं. बीजेपी का नजरिया जातिवादी, बीजेपी सरकारी शक्ति और संसाधन का इस्तेमाल कर इसे बढ़ावा दे रही है.
- मध्यप्रदेश में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है. ग्वालियर में दो इसके अलावा भिंड और मुरैना एक एक व्यक्ति की मौत की खबर है.
- केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गृहमंत्री राजनाथसिंह से मुलाकात की. उन्होंने मध्यप्रदेश के लिए अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी भजने की मांग की है.
- मध्य प्रदेश के मुरैना सहित ग्वालियर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. ग्वालियर में एक युवक की हिंसा में मौत हो गई है.
- मध्य प्रदेश के मुरैना में दलित आंदोलन के दौरान एक युवक की मौत हो गई है. कहा जा रहा है कि जिस वक्त गोली चल रही थी तब युवक अपनी छत पर खड़ा था. फिलहाल गोली किसने चलाई है पुलिस इसकी जांच कर रही है.
- इस मामले पर आज केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ''कांग्रेस बताए की उन्होंने बाबा साहेब के लिए क्या किया है? सरकार में रहने के बावजूद बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं दिया गया. इसको लेकर हमारी पार्टी में गुस्सा था.''
- दलितों का ये अंदोलन लगातार उग्र होता जा रहा है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्र्यू लगा दिया गया है. स्थानीय पुलिस ने यहां सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं.
- वहीं, इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने पुनर्विचार याचिका दायर कर दी है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है, ''सुप्रीम कोर्ट के फैसले से केंद्र सरकार सहमत नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार के बड़े वकील पूरे मामले में पैरवी करेंगे और तथ्यों को सही परिप्रेक्ष्य में रखेंगे.'' यहां पढ़ें पूरी खबर
- इस आंदोलन गाजियाबाद में भी उग्र रूप ले लिया है. गाजियाबाद में एक रेलवे रेलवे ट्रैक को बाधित कर रहे लोगों को पुलिस ने जब हटाने की कोशिश की तो आंदोलनकारियों ने पथराव कर दिया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. गुस्साई भीड़ ने पुलिस की बाइक को भी आग के हवाले कर दिया. बाद में भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
- दलितों के भारत बंद पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार और आरएसएस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है, ''दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना RSS/BJP के DNA में है. जो इस सोच को चुनौती देता है उसे वे हिंसा से दबाते हैं. हजारों दलित भाई-बहन आज सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा की माँग कर रहे हैं. हम उनको सलाम करते हैं.''
- यूपी के मेरठ में आंदोलन हिंसक हो गया है. मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके में हाईवे पर आगजनी की गई है. प्रदर्शनकारी लगातार सड़कों पर हंगामा कर रहे हैं.
- वहीं राजस्थान के बाड़मेर में भी कई जगह हंगामा हुआ है, एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में बाड़मेर बंद करवाने के दौरान प्रदर्शनकारियों और दुकानदारों और करणी सेना समर्थकों के बीच झड़प हो गई, जिसमें करीब आधा दर्जन प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं, भारी हंगामे के बाद यहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई है, प्रदर्शनकारियों ने दुकान में तोड़फोड़ कर पत्थरबाजी शुरू कर दी, पुलिस को स्थिति कंट्रोल करने के लिए आंसू गैस के साथ लाठी चार्ज करना पड़ा.
- पंजाब में दलितों के भारत बंद के असर को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पंजाब में आज बस और मोबाइल इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है. वहीं, सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है.
- बिहार में कई जगहों पर रेल रोक कर प्रदर्शन किया जा रहा है. जहानाबाद, आरा, अररिया और नवादा में दलितों ने रेलवे ट्रैक पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया है.पटना में भारत बंद में के दौरान भगदड़ मे एक महिला का पैर टूट गया है. महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
- गुजरात के राजकोट में भी दलितों के आंदोलन का असर दिख रहा है. राजकोट में सुरक्षा बंदोबस्त बढ़ा दिए गए हैं.
- बिहार में इसके सबसे ज्यादा असर दिख रहा है. बिहार के आरा, बेगूसराय और नवादा में बंद का असर दिख रहा है.यहां पढ़ें पूरी खबर
- राजस्थान के कुछ शहरों में दलित संगठन सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं. यूपी के आगरा में भी सड़क पर दलित संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस 6 प्वाईट्स से जानें दलितों के आंदोलन की वजह-
- सुप्रीम कोर्ट ने SC-ST एक्ट के दुरुपयोग पर चिंता जताई थी.
- SC-ST एक्ट में सीधे गिरफ्तारी नहीं करने का आदेश दिया है.
- पुलिस को 7 दिन के अंदर जांच के बाद कार्रवाई का आदेश है.
- SC- ST एक्ट में गिरफ्तारी के लिए एसएसपी की मंजूरी जरूरी होगी.
- SC-ST एक्ट के तहत दर्ज केस में अग्रिम जमानत को भी मंजूरी दी गई है
- एक्ट के तहत सरकारी अधिकारी गिरफ्तारी के लिए उच्च अधिकारी से मंजूरी जरूरी होगी.
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