UN में सुषमा: भारत ने डॉक्टर, इंजीनियर, साइंटिस्ट पैदा किए, पाक आतंकी-जेहादी
संयुक्त राष्ट्र महासभा में सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि पाकिस्तान हमें मानवाधिकार का पाठ पढ़ाने की कोशिश न करे जो खुद हैवानियत की हदें पार कर चुका है.
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नई दिल्लीः संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमें मानवाधिकार का पाठ पढ़ाने की कोशिश न करे जो खुद हैवानियत की हदें पार कर चुका है. सुषमा स्वराज ने कहा कि यूएन जैसे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर आतंकवाद की निंदा करना रस्म-सा बन गया है पर कितने देश इसे गंभीरता से ले रहे हैं? अन्य देश आतंकवाद की निंदा तो करते हैं पर कार्रवाई के नाम पर कुछ ठोस नहीं हो रहा है. कुछ देश अपने हितों के लिए आतंकवाद को पाल रहे हैं.
आज अपने भाषण में सुषमा स्वराज ने आतंकवाद के साथ ही तेजी से होते जलवायु परिवर्तन और वैश्विक गरीबी जैसे अहम मुद्दे भी उठाए. संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारतीय विदेश मंत्री के तौर पर सुषमा का यह लगातार दूसरा संबोधन था. कल यूएन सुरक्षा परिषद में ही पाकिस्तान के प्रधानंमत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने आतंकवाद और कश्मीर का राग अलापा था तो आज भारत ने सुषमा के भाषण के जरिए साबित भी कर दिया कि पाकिस्तान वाकई 'टेररिस्तान' बन चुका है.
Incredible speech by EAM @SushmaSwaraj at the @UN! She has made India extremely proud at the world stage. https://t.co/nLI2CC2VBj #UNGA
— Narendra Modi (@narendramodi) September 23, 2017
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के यूएन में दिए भाषण की तारीफ करते हुए कहा कि विश्व मंच पर सुषमा ने भारत को गौरवान्वित किया है. उनका भाषण अद्भुत रहा.
- सुषमा स्वराज ने अपने भाषण का अंत 'सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया,सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुख भागभवेत' श्लोक के साथ किया जिसका अर्थ है "सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े.
- पाकिस्तान ने इंसानियत का मुद्दा उठाने का नाटक किया जबकि ये वही देश है जो लगातार इंसानियत का खून बहा रहा है.
- सुषमा ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ देश अपने हितों के लिए आतंकवाद को पाल रहे हैं. आतंकवाद को पनाह देना किसी भी लिहाज से किसी भी देश के लिए सही साबित नहीं हो सकता.
- यूएन जैसे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर आतंकवाद की निंदा करना रस्म-सा बन गया है पर कितने देश इसे गंभीरता से ले रहे हैं? आतंकवाद की निंदा तो सभी देश करते हैं पर कार्रवाई के नाम पर कुछ ठोस नहीं हो रहा है.
- सुषमा स्वराज ने कहा कि आतंकवाद को अलग अलग नज़रिए से न देखें. मेरे तेरे आतंकवाद की दृष्टि अलग ना हो और आतंकवाद की एक ही परिभाषा होनी चाहिए.
- भारत आतंकवाद से पीड़ित देशों में सबसे गंभीर समस्याओं को झेल रहा है. हमारा देश आंतकवाद का सबसे पुराना शिकार रहा है.
- आतंकवाद चारों ओर पैर पसार रहा है, हमें मिलकर इसके खात्मे के बारे में सोचना होगा.
- भारत ने आईटी, आईआईएम, इसरो, एम्स जैसे विश्व प्रसिद्ध संस्थान बनाए, पाकिस्तान ने जैश, हक्कानी जैसे आतंकवादी संस्थान और आतंकवादियों को बनाया.
- पाकिस्तान ने कभी सोचा है कि भारत-पाकिस्तान साथ-साथ आजाद हुए थे. लेकिन आज भारत की पहचान आईटी सुपर हब के तौर पर है जबकि पाक की पहचान आतंकवाद के सरगना देश के रूप में होती है.
- पाकिस्तान हमें मानवाधिकार का पाठ पढ़ाने की कोशिश कर रहा था जो खुद हैवानियत की हदें पार कर चुका है.
- 'हम गरीबी से लड़ रहे हैं, पाकिस्तान हमसे लड़ रहा है': सुषमा स्वराज
- सुषमा भारत की तीन योजनाओं का संक्षेप में उदाहरण दे रही हैं, जनधन योजना विश्व की सबसे बड़ी फाइनेंशियल इंक्लूजन की योजना है, देश के 30 करोड़ लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने का बड़ा काम किया गया है. अमेरिका की कुल आबादी के बराबर 30 करोड़ लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ना छोटा काम नहीं है.
- जीएसटी के जरिए 'एक देश एक टैक्स' की परिकल्पना को साकार करने का काम किया गया. भारत जैसे बड़े देश के लिए ये बड़ी बात है.
- नोटबंदी के जरिए भ्रष्टाचार पर प्रहार किया गया और काले धन पर लगाम कसने की कवायद की गई.
- रोजगार के लिए भारत में 'स्किल इंडिया योजना' की शुरुआत हुई, गरीब महिलाओं के लिए 'उज्जवला योजना' को शुरू किया गया, वंचितों के लिए 'जनधन योजना' को चालू किया गया.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों का सशक्तिकरण करने में जुटे हैं.
- गरीबी को दूर करना टिकाऊ विकास का पहला लक्ष्य है जिस पर भारत की मौजूदा सरकार काम कर रही है.
- जलवायु परिवर्तन बड़ी समस्या का रूप लेता जा रहा है.
- विश्व की एक बड़ी आबादी गरीबी, भुखमरी से जूझ रही है.
- संयुक्त राष्ट्र महासभा में सुषमा स्वराज का भाषण शुरू हो चुका है.
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