नई दिल्लीः 131 विधायकों के साथ कल सदन में बहुमत टेस्ट पास करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का आज विस्तार हो गया. कुल 26 मंत्रियों ने आज मंत्रीपद की शपथ ली. बीजेपी के दिग्गज नेता मंगल पांडे शपथ लेने नहीं पहुंच पाए. जेडीयू कोटे से मंजू वर्मा इकलौती महिला मंत्री बनीं.
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शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों के विभाग का बंटवारा भी हो गया है. यहां पढ़ें किसे मिला कौन सा मंत्रालाय?
- सीएम नीतीश कुमार - गृह और कार्मिक, निगरानी विभाग
- डिप्टी सीएम सुशील मोदी – वित्त, वाणिज्य, वन और IT विभाग
- राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह – जल संसाधन और योजना विभाग
- महेश्वर हजारी – भवण निर्माण विभाग
- मंजू वर्मा – समाज कल्याण विभाग
- कृष्ण नंदन वर्मा – शिक्षा विभाग
- विनोद नारायण झा – PHED विभाग
- विजेन्द्र यादव – ऊर्जा, उत्पाद विभाग
- प्रेम कुमार – कृषि विभाग
- नंद किशोर यादव – पथ निर्माण विभाग
- श्रवण कुमार – संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास विभाग
- रामनारायण मंडल – राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग
- जय कुमार सिंह – उद्योग विभाग
- प्रमोद सिंह – पर्यटन विभाग
- कृष्ण नंदन वर्मा – शिक्षा विभाग
- शैलेश कुमार – ग्रामीण कार्य विभाग
- सुरेश शर्मा – नगर विकास विभाग
- विजय कुमार सिन्हा – श्रम संसांधन विभाग
- संतोष निराला – परिवहन विभाह
- राणा रणधीर सिंह – सहकारिता विभाग
- खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद – अल्पसंख्यक और गन्ना विभाग
- विनोद कुमार सिंह – खान एवं भूतत्व
- मदन सहनी – खाद्य एवं उपभोक्ता सरंक्षण विभाग
- कृष्ण कुमार ऋषि – कला एवं संस्कृति
- कपिल देव कामत – पंचायती राज विभाग
- दिनेश चंद्र यादव – लघु सिचांई और आपदा प्रबंधन विभाग
- रमेश ऋषिदेव – SC/ST विभाग
- बृज किशोर बिंद – पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा विभाग
- पशुपति पारस – पशुपालन विभाग
- एलजेपी कोटे से इकलौते सदस्य पशुपति कुमार पारस ने मंत्री पद की शपथ ली. रामविलास पासवान के भाई हैं और अभी एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. पशुपति कुमार पारस अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. 2015 में चुनाव हार गए थे.
- रमेश ऋषिदेव के बाद बीजेपी कोटे से ब्रज किशोर बिंद ने शपथ ली. ये अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं. ये भी पहली बार मंत्री बन रहे हैं. ये कैमूर जिले की चैनपुर सीट से विधायक हैं.
- जेडीयू कोटे से रमेश ऋषिदेव ने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली. ये सिंहेश्वर (मधेपुरा) सीट से विधायक हैं. 2005 में पहली बार विधायक बने थे.
- दिनेश चंद्र यादव ने जेडीयू कोटे से मंत्री पद की शपथ ली. सहरसा की सिमरी बख्तियारपुर सीट से विधायक हैं. सहरसा से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं. यादव जाति आते हैं, इन पर एक केस है और सिर्फ दसवीं पास हैं. सीमांचल, मिथिलांचल इलके में यादवों को सादने का काम किया है.
- कृष्ण कुमार ऋषि के बाद जेडीयू के कपिल देव कामत ने शपथ ली. मधुबनी की बाबूबरही सीट से विधायक हैं. तांती जाति (EBC) से आने वाले कपिल देव कामत पंचायती राज्य मंत्री रह चुके हैं. ये आठवीं पास हैं और इन पर एक आपराधिक केस भी है.
- 21वें नंबर पर बीजेपी कोटे से कृष्ण कुमार ऋषि ने मंत्री पद की शपथ ली. पूर्णिया जिले की बनमनखी सीट से विधायक हैं. पांच बार के विधायक हैं, 2015 में 700 वोट से जीते थे. कृष्णकुमार ऋषि दलित समुदाय से आते हैं.
- गौरा बरम (दरभंगा) सीट से विधायक मदन सहनी ने जेडीयू कोटे से मंत्री पद की शपथ ली. एलजेपी उम्मीदवार को हराकर विधायक बने. मल्लाह समाज (EBC) का प्रतिनिधित्व करते हैं. 2010 में बहादुरपुर सीट से पहली बार विधायक बने थे. पिछली बार खाद्य आपूर्ति मंत्री रहे हैं.
- प्राणपुर सीट से विधायक विनोद कुमार सिंह ने बीजेपी कोटे से मंत्री पद की शपथ ली. विनोद कुमार से साथ अब तक कुल 19 मंत्री शपथ ले चुके हैं.
- नीतीश मंत्रिमंडल के इकलौते मुस्लिम चेहरा खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद ने शपथ ली. जेडीयू कोटे से मंत्री बने हैं, पिछली महागठबंधन की सरकार में गन्ना मंत्री रहे हैं. फिरोज ने दसवीं तक की पढ़ाई की है. पश्चिमी चंपारण की सिकटा सीट से विधायक बने हैं.
- राणा रणधीर सिंह ने बीजेपी कोटे से शपथ ली. पूर्वी चंपारण की मधुबन सीट से जीते हैं. राजपूत जाति से आने वाले राणा रणधीर सिंह पहली बार विधायक बने हैं. इनके पिता सीताराम सिंह सांसद रहे हैं. राणा के खिलाफ कोई आपराधिक केस नहीं हैं.
- विजय कुमार सिन्हा के बाद जेडीयू के संतोष निराला ने मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. एससी-एसटी कल्याण मंत्री रह चुके हैं. संतोष के पिता शिक्षक रहे चुके हैं. दलित समाज से आने वाले संतोष निराला 2010 में पहली बार विधायक बने थे. इस बार राजपुर (बक्सर) सीट से विधायक हैं.
- मंजू वर्मा के बाद बीजेपी कोटे से मंत्रिमंडल में शामिल हुए विजय कुमार सिन्हा ने शपथ ली. पहली बार मंत्री बन रहे हैं विजय कुमार सिन्हा. भूमिहार जाति से आने वाले विजय कुमार सिन्हा बिहार की लखीसराय सीट से जीते हैं. यह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के संसदीय क्षेत्र से आते हैं.
- सुरेश शर्मा के बाद मंत्रिमंडल की इकलौती महिला मंत्री मंजू वर्मा ने शपथ ली. जेडीयू कोटे से मंत्री मंडल में शामिल हुई हैं. बेगुसराय की चेरिया बरियारपुर सीट से विधायक हैं. पिछली सरकार में सामाजित कल्याण मंत्री थीं.
- शैलेश कुमार के बाद बीजेपी कोटे से सुरेश शर्मा ने शपथ ली. बीजेपी व्यवसायिक मंच के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. भूमिहार जाति से आते हैं. मुजफ्फरपुर शहर से विधायक हैं. 2010 में पहली बार विधायक बने थे.
- विनोद नारायण झा से बाद जेडीयू कोटे से शैलेश कुमार ने शपथ ली. मुंगेर की जमालपुर सीट से विधायक हैं. धानुक जाति (EBC) जाति से आते हैं. एलजेपी के हिमांशु कुमार को हराकर 2015 में जीते. पिछली सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके हैं.
- महेश्वर हजारी के बाद विनोद नारायण झा ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता हैं. बिहार में बीजेपी के पढ़े लिखे नेताओं में गिनती की जाती है. विनोद नारायण झा विधान परिषद के सदस्य हैं. ब्राह्मण जाति से आते हैं.
- दसवें नंबर पर जेडीयू के महेश्वर हजारी ने शपथ ली. 2009 में लोकसभा के सांसद भी रह चुके हैं. इससे पहले शहरी विकास मंत्रालय संभाल चुके हैं. महेश्वर हजारी पासवान जाति से आते हैं रामविलास पासवान के रिश्तेदार हैं. कल्याणपुर (सुरक्षित) सीट से विधायक हैं.
- प्रमोद कुमार के बाद जेडीयू के कृष्णनंदन वर्मा ने नौवें नंबर पर शपथ ली. घोसी (जहानाबाद) से विधायक हैं. बाहुबली जगदीश शर्मा के बेटे राहुल को हराकर चुनाव जीते थे. पिछली सरकार में निर्माण अभियंत्रण मंत्री रहे. ये कोई जाति से आते हैं. 2015 में ट्रेन में यात्रा कर चर्चा कर आए थे. सबसे रोचक जानकारी है कि इन पर कोई केस नहीं है.
- बीजेपी कोटे से विधायक प्रमोद कुमार ने आठवें नंबर पर शपथ ली. पूर्वी चंपारण की मोतिहारी सीट से विधायक हैं. प्रमोद कुमार पिछड़ी जाति से आते हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और आरएसएस से जुड़े रहे हैं.
- जय कुमार सिंह ने सातवें नंबर पर पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. जय कुमार सिंह 2010 से लगातार विधायक चुने गए. जय कुमार सिंह दिनारा से विधायक हैं सहकारिता, उद्योग, साइंस और टेक्नोलजी मंत्रालय संभाल चुके हैं. रातपूत जाति से और जेडीयू की ओर से अकेले ठाकुर जाति के मंत्री हैं.
- रामनारायण मंडल ने छठे नंबर पर शपथ ली. बांका से बीजेपी विधायक हैं. लगातार चौथी बार जीतकर विधायक बने हैं. बिहार में बीजेपी के पुराने नेताओं में से एक हैं.
- नंदकिशोर यादव के बाद पांचवे नंबर पर जेडीयू कोटे के श्रवण कुमार ने शपथ ली. श्रवण कुमार नालंदा से विधायक हैं. ग्रामीण और संसदीय कार्यमंत्री रह चुके हैं. 1995 से लागातार जीत हासिल करते रहे हैं. नीतीश कुमार के स्वजातीय कुर्मी जाति से आते हैं.
- बीजेपी के कद्दावर नेता नंद किशोर यादव ने चौथे नंबर पर शपथ ली. पटना साहिब से विधायक हैं नंद किशोर यादव. बिहार में सुशील मोदी के बाद बीजेपी के सबसे बड़े नेता है. 2005 से 2013 तक पथनिर्माण मंत्री भी रहे हैं.
- राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने तीसरे नंबर पर शपथ ली. नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं. विधानपरिषद के सदस्य हैं और पहले जलसंसाघन और पथ निर्माण मंत्री रह चुके हैं. ये भी जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
- दूसरे नंबर प्रेम कुमार ने शपथ ली. बीजेपी कोटे से मंत्री हैं प्रेम कुमार. बिहार के गया शहर से विधायक हैं. इससे पहले नेता विपक्ष भी रह चुके हैं. नीतीश कैबिनेट में पहले शहरी विकास मंत्री रह चुके हैं.
- शपथग्रहण शुरू हुआ, सबसे पहले जेडीयू से विधायक विजेंद्र यादव ने शपथ ली. वित्त, वाणिज्य और बिजली मंत्री रह चुके हैं. बिहार जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
- राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी शपथग्रहण समारोह में पहुंचे. थोड़ी देर में शुरू होगा कार्यक्रम.
- रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस नीतीश मंत्रिमंडल में शपथ ले रहे हैं.
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शपथग्रहण स्थल पर पहुंचे. नीतीश कुमार ने खुद रामविलास पासवान का स्वागत किया.
- शपथ ग्रहण का समय शाम बजे से बढ़ाकर साढ़े पांच बजे कर दिया गया है.
- नीतीश कुमार के नए मंत्रिमंडल में सवर्ण जाति से 9 मंत्री, ईबीसी कोटे से 6, दलित कोटे से 5, मुस्लिम 1, यादव कोटे से 3, कुर्मी जाति से 1 और कोइरी जाति से भी 2 मंत्री होंगे.
- एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 27 मंत्री शपथ लेंगे. इसमें जेडीयी के 14 बीजेपी के 12 और एलजेपी का एक मंत्री शपथ लेगा. नीतीश मंत्री मंडल में एक मात्र महिला चेहरा मंजू वर्मा हैं.
- इसके अलावा रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस भी मंत्री बन रहे हैं. शपथ ग्रहण के बाद शाम 7.30 बजे कैबिनेट की पहली मीटिंग होगी.
- बीजेपी के सहयोगी आरएलएसपी और हम से कोई मंत्री नहीं बन रहा है.