नई दिल्ली: अब तक के सबसे बड़े हमले से परेशान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपना सबसे बड़ा दांव खेल सकते हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज एक ट्वीट कर कहा है कि देश में बहुत बड़ा षड़यंत्र चल रहा है. बता दें कि दिल्ली में विधानसभा का सत्र बुलाया गया है. इस सत्र में कपिल मिश्रा के आरोपों पर भी हंगामा होना तय है.
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ''देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड़यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें जरुर सुनियेगा. सत्यमेव जयते.''
कपिल मिश्रा के आरोपों पर भी हंगामा होना तय
केजरीवाल पर कपिल का एक और आरोप, जानें क्या है टैंकर घोटाले का सच ?
केजरीवाल के मंत्री रहे कपिल मिश्रा के हमले दो दिन से जारी हैं, लेकिन केजरीवाल कैमरों के सामने होते हुए भी बयान से दूर रहे. शाम होते होते केजरीवाल ने ट्वीट किया, “जीत सत्य की होगी. कल दिल्ली विधान सभा के विशेष सत्र से इसकी शुरुआत”
साफ हो गया कि केजरीवाल ने आज बड़ा दांव खेलने का मन बना लिया है. तमाम आरोपों का जवाब केजरीवाल बाद में देंगे लेकिन पहले तो कपिल मिश्रा ने फिर से केजरीवाल को ट्वीट पर ललकार दिया. कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, “बहुमत का खेल खेलिये, कल मुझे खूब गालियां दिलवाना लेकिन जांच का सामना करना ही होगा”. हालांकि कपिल मिश्रा ये तय नहीं कर पाए हैं कि आज के सत्र में क्या वो शामिल होंगे.
केजरीवाल पर तंज कसते हुए बोले कपिल मिश्रा, मुझे खूब गालियां दिलवाना लेकिन जांच का सामना करना होगा
कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि उन्होंने सत्येंद्र जैन से दो करोड़ लिए और साथ ही अपने साढ़ू सुरेंद्र कुमार बंसल को फायदा पहुंचाया. तमाम विवादों के बीच कल केजरीवाल के साढ़ू का निधन हो गया. केजरीवाल उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे. केजरीवाल नहीं बोले लेकिन उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने जवाब दिया.
केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा, “मेरे ब्रदर इन लॉ अब नहीं है और ये मूर्ख व्यक्ति बिना दिमाग लगाए लिखी हुई स्क्रिप्ट पढ़ रहा है”
दो साल में पांच बार 'Hit Wicket' हुए केजरीवाल, सस्पेंड किए अपने ही विधायक
राजौरी गार्डन सीट पर जीत के बाद दिल्ली विधानसभा में बीजेपी के विधायकों की संख्या चार हो गई है. वहीं दो साल में कपिल मिश्रा पांचवे विधायक हैं, जिन्हें आम आदमी पार्टी से निकला गया है. मिश्रा से पहले संदीप कुमार, असीम अहमद खान, देवेंद्र सहरावत और अमानतुल्लाह खान को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है.
आरोपों की राजनीति के सहारे केजरीवाल दिल्ली की गद्दी तक पहुंचे हैं पहली बार उन पर उन्ही की तरह की राजनीति के जरिए हमले हो रहे हैं. अब देखना ये है कि क्या केजरीवाल विधासनभा में सिर्फ तगड़ा जवाब देंगे या अपने स्टाइल की राजनीति को आगे बढ़ाते हुए इस्तीफे की पेशकश कर डालेंगे?