बंट गए मंत्रालय, निर्मला सीतारमन को रक्षा पीयूष गोयल को मिला रेल मंत्रालय
मई 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी थी. सरकार बने तीन साल से ज्यादा हो चुके हैं. इन तीन सालों में ये तीसरा मंत्रिमंडल विस्तार है और शायद 2019 लोकसभा चुनाव से पहले सबसे बड़ा विस्तार भी.
नई दिल्ली: मोदी सरकार का तीसरा और सबसे बड़ा कैबिनेट विस्तार हुआ है. इस विस्तार में चार राज्यमंत्रियों को प्रमोशन मिला है. वहीं नौ नए चेहरों को मौका दिया गया है. इस विस्तार में प्रमोशन पाईं निर्मला सीतारमन को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है और उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया है. रेलवे मंत्रालय से विदाई पाने वाले सुरेश प्रभु को वाणिजय मंत्री बनाया गया है. पीयूष गोयल अब रेलवे मंत्री होंगे.
कैबिनेट विस्तार LIVE UPDATES
पढ़ें पूरी लिस्ट, जानें- किसे क्या मिला-
निर्मला सीतारमन: रक्षा मंत्री (कैबिनेट रैंक) स्मृति ईरानी: सूचना प्रसारण, कपड़ा मंत्री (कैबिनेट रैंक) नरेंद्र तोमर; ग्रामीण विकास, खनन मंत्री, पंचायती राज (कैबिनेट रैंक) सुरेश प्रभु: वाणिज्य मंत्री (कैबिनेट रैंक) पीयूष गोयल: रेल मंत्री (कैबिनेट रैंक) नितिन गडकरी: सड़क, गंगा एवं जल संसधन, जहाजरानी मंत्री (कैबिनेट रैंक) धर्मेंद्र प्रधान: पेट्रोलियम और स्किल डेवलेपमेंट (कैबिनेट रैंक) उमा भारती: पेयजल और स्वच्छता (कैबिनेट रैंक) मुख्तार अब्बास नकवी: अल्पसंख्यक मंत्री (कैबिनेट रैंक) हरदीप पुरी; हाउसिंग एंड अर्बन पॉवर्टी (स्वतंत्र प्रभार) राज्यवर्धन सिंह राठौर: खेल, सूचना प्रसारण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीराज सिंह: लघु उद्योग मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एल्फोंस कननथनम: पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) महेश शर्मा: संस्कृति, पर्यावरण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शिव प्रताप शुक्ल: वित्त राज्य मंत्री आर के सिंह: बिजली मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विजय गोयल: संसदीय कार्यमंत्री (राज्यमंत्री) अनंत कुमार हेगड़े: कौशल विकास राज्य मंत्री अश्वनी चौबे: स्वास्थ्य राज्य मंत्री वीरेद्र कुमार सिंह: महिला एवं बाल विकास मंत्री (राज्य मंत्री) गजेंद्र सिंह शेखावत; कृषि राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह: शिक्षा मंत्री, गंगा एवं जल संसधन (राज्य मंत्री)
- रेल मंत्रालय को लेकर फैसला हो गया है. आज ही कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाले पीयूष गोयल को अब रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
- सुरेश प्रभु ने रेल मंत्रलाय छोड़ा मंत्रीमंडल विस्तार के बाद सुरेश प्रभु ने रेल मंत्रालय छोड़ दिया है. सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. आपको बता दें लगातार दो बड़े रेल हादसों के बाद सुरेश प्रभु ने प्रधानमंत्री को इस्तीफे की पेशकश की थी. प्रधानमंत्री ने उनसे इंतजार करने को कहा था. अब साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री ने उनका इस्तीफ स्वीकार कर लिया है. सुरेश प्रभु ने अपने ट्वीट में रेल कर्मचारियों को धन्यवाद दिया है.
- प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रियों को दी बधाई प्रधानमंत्री मोदी ने कैबिनेट में प्रमोशन पाने वाले धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी को बधाई दी. इसके साथ सभी नौ नए राज्यमंत्रियों को भी प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर बधाई दी.
- एलफोंस कननथनम ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली. ये 1979 बैच के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं. वहीं डीडीए के कमिश्नर रह चुके हैं. ‘मेकिंग ए डिफरेंस’ इनकी बेस्टसेलर किताब रही है. अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं.
- यूपी के बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली. ये 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी रह चुके हैं. ये मुंबई, नागपुर और पुणे के कमिश्नर ऑफ पुलिस रह चुके हैं.
- गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्यमंत्री पद ली शपथ ली, जोधपुर से सांसद हैं. सोशल मीडिया पर सक्रीय हैं
- आरके सिंह के बाद हरदीप सिंह पुरी ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली. पूर्व आईएफएस अधिकारी (1974 बैच) रहे हैं. विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में इनका अच्छा खासा अनुभव है. ये दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज के छात्र रह चुके हैं. हरदीप जेपी मूवमेंट के दौरान भी सक्रिय रहे हैं और आईएफएस बनने से पहले दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में पढ़ा भी चुके हैं. अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं.
- बिहार के आरा से सांसद आरके सिंह ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली. आरा (बिहार) से लोकसभा सांसद हैं. पूर्व आईएएस अधिकारी (1975 बैच) रह चुके हैं. आर के सिंह सेंट स्टीफेंस कॉलेज के छात्र रह चुके हैं. इनके पास लॉ की स्नातक डिग्री भी है. आर सिंह लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करने बाद काफी चर्चा में आए थे.
- वीरेंद्र कुमार के बाद अनंत कुमार हेगड़े ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली. कर्नाटक से सांसद हैं. लगातार पांच बार सांसद चुने गए हैं.
- वीरेंद्र कुमार ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली. ये भी जेपी मूवमेंट में सक्रिय रहे और MISA के दौरान 16 महीने जेल में बिताए हैं. इन्होनें अर्थशास्त्र में एम.ए. की डिग्री हासिल की है. साथ ही चाइल्ड लेबर में पीएचडी डिग्री होल्डर हैं. मध्यप्रदेश से आते हैं. लगातार छठी बार सांसद चुने गए हैं.
- शिवप्रताप शुक्ल के बाद अश्वनी चौबे ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली. बिहार सरकार में 8 सालों तक कैबिनेट मंत्री रहे हैं. बक्सर बिहार से लोकसभा सांसद हैं और इमरजेंसी के दौरान इन्हें जेल भी भेजा गया था. पटना यूनिवर्सिटी से बी.ए. ऑनर्स (जुलॉजी) की डिग्री ली हुई है.
- शिवप्रताप शुक्ल ने मंत्री पद की शपथ ली. उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं. इन्होंनें यूपी सरकार में 8 सालों तक कैबिनेट मंत्री के तौर पर कार्य किया है. शिव प्रताप शुक्ला गोरखपुर के कॉलेज से लॉ ग्रेजुएट हैं.
- प्रमोशन पाने वाले मंत्रियों के बाद अब राज्य मंत्री शपथ ले रहे हैं.
- निर्मला सीतारमण के बाद मुख्तार अब्बास नकवी ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. इन्हें भी प्रमोशन मिला है. ये वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
- निर्मला सीतारमण ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली, अभी वाणिज्य राज्य मंत्री हैं
- धर्मेंद्र प्रधान के बाद पीयूष गोयल ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. इन्हें भी प्रमोशन मिला है. पेशे से सीए हैं बीजेपी के कोषाध्यक्ष रहे हैं. इनके पिता वेद प्रकाश गोयल अटल सररकार में मंत्री थे.
- धर्मेंद्र प्रधान को प्रमोशन मिला है. अभी पेट्रोलियम राज्यमंत्री हैं. ओडिशा में बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में पहुंचे. उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहुंचे.
- विस्तार से पहले एक और बड़ी जानकारी सामने आयी है. सभी नौ मंत्री राज्यमंत्री बनेंगे, इनमें से दो के पास स्वतंत्र प्रभार होगा.
- शपथ ग्रहण से पहले वरिष्ठ मेहमानों का राष्ट्रपति भवन पहुंचना शुरू, 10.30 बजे शुरू कार्यक्रम.
- शपथ ग्रहण से पहले एक और बड़ी खबर आयी है, एनडीए में सहयोगी पार्टी शिवसेना शपथग्रहण समारोह में शामिल नहीं होगी.
- कैबिनेट विस्तार से पहले बड़ी खबर आयी है. कुल 6 मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है. उमा भारती मंत्री बनेंगी, हालांकि उनके मंत्रालय में बदलाव किया जाएगा. इस्तीफा देने वाले मंत्रियों में संजीव बालियान, राजीव प्रताप रूडी, कलराज मिश्रा, फग्गन सिंह कुलस्ते, महेंद्र नाथ पांडेय और बंडारू दत्तात्रेय शामिल हैं.
- कुल 13 मंत्री शपथ लेंगे, 9 नए मंत्री, 4 राज्य मंत्रियों का प्रमोशन होगा और वो कैबिनेट मंत्री बनेंगे. कैबिनेट मंत्री बनने वालों में धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास नकवी और पीयूष गोयल शामिल हैं. सूत्रों की मानें तो इन्हीं चार मंत्रियों में से किसी एक को रेल मंत्री बनाया जा सकता है.
- जेडीयू, शिवसेना और एआईएडीएमके का कोई मंत्री नहीं बनेगा
प्रधानमंत्री आवास पर भावी मंत्रियों के साथ पीएम मोदी की बैठक खत्म हो गई है. सभी संभावित मंत्री एक-एक करके निकल गए हैं.
प्रधानमंत्री आवास पर शुरू हुई चाय पार्टी, सभी संभावित मंत्री पहुंचे. कैबिनेट विस्तार से पहले प्रधानमंत्री ने संभावित मंत्रियों और पुराने मंत्रियों को नाश्ते पर बुलाया है.
अश्वनी चौबे अपने घर से निकले. मीडिया से कहा- जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसे निभाएंगे.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह प्रधानमंत्री आवास के लिए निकले, प्रधानमंत्री ने नए मंत्रियों को चाय पर बुलाया है.
विस्तार से पहले सहयोगियों से बातचीत शुरू हुई: सूत्र जानकारी के मुताबिक जेडीयू नेता आरसीपी सिंह बिहार से दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट विस्तार पर एनडीए के सहयोगियों से बातचीत शुरू हुई है. जेडीयू और एआईएडीएमके से बातचीत शुरू हो गई है.
राष्ट्रपति भवन ने ट्वीट कर दी कार्यक्रम की जानकारी नये मंत्रियों के लिए आज सुबह साढ़े दस बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा. यह जानकारी शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दी.
प्रधानमंत्री ने भावी मंत्रियों को चाय पर बुलाया शपथग्रहण से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सभी नौ भावी मंत्रियों को चाय पर बुलाया है. यह चाय पार्टी प्रधानमंत्री के निवास स्थान सात लोक कल्याण मार्ग पर होगी.
जेडीयू को लेकर स्थिति साफ नहीं कैबिनेट विस्तार में सभी मंत्री बीजेपी कोटे के ही होंगे. बिहार में महागठबंधन से बाहर निकल कर एनडीए में शामिल हुए जेडीयू को स्थिति स्पष्ट नहीं हैं.
4P के फॉर्मूले पर हो रहा मंत्रिमंडल विस्तार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार मंत्रिमंडल विस्तार के लिए 4P का फॉर्मूला तैयार किया है. 4P का मतलब है पैशन यानी जुनून, प्रफिशंसी यानी कुशलता, प्रोफेशनल यानी पेशेवर और चौथा P पॉलिटिकल एक्युमेन यानी राजनीतिक कुशलता है.
कौन कौन लेगा मंत्री पद की शपथ जिन नए मंत्रियों को शपथ लेनी है उनमें बिहार के आरा से बीजेपी सांसद आर के सिंह और बिहार के ही बक्सर से सांसद अश्विनी चौबे, उत्तर प्रदेश के बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह और उत्तर प्रदेश से ही राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ला, मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद वीरेंद्र कुमार, राजस्थान के जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत, कर्नाटक से सांसद अनंत कुमार हेगड़े. इसके अलावा पूर्व IAS अफसर एल्फोंस कननथनम और पूर्व IFS हरदीप सिंह शामिल हैं. इसके अलावा तीन मंत्रियों का प्रमोशन भी तय माना जा रहा है. इनमें एक नाम वाणिज्य और उद्योग राज्य़ मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) निर्मला सीतारामन का है, जिन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है.
2019 की तैयारी 2017 में 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर मोदी मंत्रिमंडल में नए चेहरों को जगह दी जा रही है. देश के सबसे बड़े राज्य यूपी से 2 नए मंत्री बनाए जा रहे हैं.
यूपी से चार के बदले दो मंत्री दरअसल मौजूदा मंत्रिमंडल से यूपी कोटे से तीन मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं. इनमें संजीव बालियान, कलराज मिश्रा, महेंद्र नाथ पांडे शामिल हैं जबकि उमा भारती इस्तीफे की पेशकश कर चुकी हैं. यानी चार लोगों के बदले यूपी से 2 नए सांसदों को मंत्री बनाया जा रहा है.
बिहार से दो नए चेहरे जुड़ेंगे बिहार से सिर्फ राजीव प्रताप रूडी ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था लेकिन नई टीम में बिहार से दो नए चेहरे जुड़ जाएंगे. अगले साल मध्य प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होना है..इसी को ध्यान में रखते हुए इन इन राज्यों से एक-एक सांसदों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.
तीन सालों तीसरा विस्तार मई 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी थी. सरकार बने तीन साल से ज्यादा हो चुके हैं. इन तीन सालों में ये तीसरा मंत्रिमंडल विस्तार होगा और शायद 2019 लोकसभा चुनाव से पहले सबसे बड़ा विस्तार भी.