India Corona Vaccine LIVE: DCGI ने दी 2 वैक्सीन को मंजूरी, अमित शाह ने कहा- भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि

India Corona Vaccine LIVE Updates: ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. पीएम मोदी ने देशवासियों को ट्वीट कर कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी मिलने पर बधाई दी है. पीएम मोदी ने वैक्सीन की मंजूरी को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक मोड़ बताया है. वैक्सीन से जुड़ी अपजेट के लिए बने रहें एबीपी न्यूज के साथ...

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 03 Jan 2021 03:12 PM


गृह मंत्री अमित शाह ने वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने को कोरोना के खिलाफ भारत की जंग में एक निर्णायक क्षण बताया है. उन्होंने पीएम मोदी, वैज्ञानिकों, डॉक्टरों का धन्यवाद भी किया. अमित शाह ने कहा कि भारत में बनी वैक्सीन पीएम मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान को बढ़ावा देगी. हम अपने वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ, सुरक्षा कर्मियों और उन सभी कोरोना योद्धाओं को दिल से धन्यवाद देते हैं जिन्होंने परीक्षण के समय मानवता की सेवा की. मानव जाति के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए राष्ट्र हमेशा उनका आभारी रहेगा.
भारत बायोटेक ने कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन’ के तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण के लिए 26,000 प्रतिभागियों को शामिल करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ते हुए 23,000 प्रतिभागियों का सफलतापूर्वक पंजीकरण कर लिया है. इस टीके को ‘भारत बायोटेक’ भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर)- भारतीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) के साथ मिलकर विकसित कर रहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने रविवार को कहा कि कोरोना के विरुद्ध जंग में स्वदेशी वैक्सीन एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि आज का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक है जिसका इंतजार सभी देशवासियों को था और आज वह इंतजार खत्म हो गया है. देश में विकसित दो कोविड वैक्सीन को इस्तेमाल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) द्वारा मंजूरी दिए जाने पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने ट्वीट के जरिए कहा, ''डीसीजीआई ने कोवैक्सीन व कोविशील्ड के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना के विरुद्ध सफलतापूर्वक जंग में यह एक बड़ी उपलब्धि है. भारत कोरोना मुक्त होगा. वैज्ञानिकों-स्वास्थ्य कर्मियों सहित संपूर्ण देशवासियों को बधाई.''
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव सिंह ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि यह गर्व की बात है कि जिन दो वैक्‍सीन के इमरजेंसी इस्‍तेमाल को मंजूरी दी गई है, वे दोनों मेड इन इंडिया हैं. यह आत्‍मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमारे वैज्ञानिक समुदाय की इच्‍छा शक्ति को दर्शाता है.
बहुजन समाज पार्टी की अध्‍यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर संक्रमण से बचाव के लिए स्‍वदेशी टीके का स्‍वागत किया और इसके लिए वैज्ञानिकों को बधाई दी. मायावती ने साथ ही केंद्र सरकार से देश में सभी स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों के साथ-साथ समाज के अति गरीब लोगों के लिए भी इस टीके की निशुल्क व्‍यवस्‍था करने का भी अनुरोध किया.
दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने ‘कोविशील्ड’ के उत्पादन के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ साझेदारी की है.भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर ‘कोवैक्सीन’ का विकास किया है. आने वाले दिनों में भारत में कम से कम दो टीकों के जारी होने का रास्ता साफ हो गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) की ओर से देश में बनीं दो कोरोना वैक्सीनों के इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने को वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की जंग में एक निर्णायक क्षण बताया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेड इन इंडिया वैक्सीन की मंजूरी पर गर्व करते हुए कहा कि इससे एक स्वस्थ और कोविड मुक्त भारत की मुहिम को बल मिलेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यह गर्व की बात है कि जिन दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है, वे दोनों मेड इन इंडिया हैं. यह आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमारे वैज्ञानिक समुदाय की इच्छाशक्ति को दर्शाता है. वह आत्मनिर्भर भारत, जिसका आधार है- सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से दी गई बंधाई के जवाब में भारत बॉयोटेक ने कहा, आदरणीय सर, हम बहुत सम्मानित महसूस कर रहे हैं. स्वेदशी वैक्सीन पर आपके भरोसे और निरंतर प्रेरणा के लिए आपका बहुत आभार. हम आत्मनिर्भर भारत में योगदान के लिए उत्साहित हैं.


विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी भारत में कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने के कदम को सराहा है. WHO के साउथ ईस्ट एशिया रीजन की डायरेक्टर डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भारत के वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी देने के फैसले का स्वागत करता है.
सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आदर पूनावाला ने रविवार को कहा कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका का कोविड-19 टीका ‘कोविशील्ड’ आने वाले दिनों में टीकाकरण के लिए तैयार है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा कोविशील्ड के सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने के बाद पूनावाला ने यह बयान दिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं. सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने टीके के भंडारण के लिए जो जोखिम उठाए, अंतत: उनका फल मिल रहा है. भारत का पहला कोविड-19 टीका कोविशील्ड आने वाले हफ्ते में टीकाकरण के लिए स्वीकृत, सुरक्षित, प्रभावी और तैयार है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन समेत उन सभी लोगों और संस्थाओं को धन्यवाद दिया, जिन्होंने टीका विकसित करने में सहयोग दिया.
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ''डीसीजीआई का कदम भारत की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बेहद अहम साबित होगा. 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सीन' के जरिए देश को कोरोना मुक्त बनाने में मदद मिलेगी. वैक्सीन बनाने में जुटे सभी वैज्ञानिकों को धन्यवाद.''
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में सीरम इंस्टीट्यूट की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है. पीएम मोदी ने लगातार तीन ट्वीट कर देश के कोविड मुक्त होने की उम्मीद जताई है.
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. पीएम मोदी ने देशवासियों को ट्वीट कर कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी मिलने पर बधाई दी है. पीएम मोदी ने वैक्सीन की मंजूरी को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक मोड़ बताया है.

बैकग्राउंड

नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ देश को मिली सबसे बड़ी खुशखबरी मिली है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया DCGI ने दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. सीरम इंस्टीट्यूट की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है.एक्सपर्ट कमेटी ने दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की सिफारिश की थी.


 


स्वदेशी वैक्सीन है कोवैक्सीन
कोवैक्सीन भारत की स्वदेशी वैक्सीन है जिसे भारत बायोटेक ने विकसित किया है. भारत बायोटेक और एनआईवी पुणे ने मिलकर इस वैक्सीन को तैयार किया है. कोवैक्सीन देश में पहली स्वदेशी वैक्सीन है जिसे डीसीजीआई ने मंजूरी दे दी है. वहीं ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनका की वैक्सीन को भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया बना रही है. ऑक्सफोर्ड के वैक्सीन का नाम ‘कोविशील्ड’ है.


 


देश में 5 वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल अगल-अलग चरणों में
भारत में इस समय पांच वैक्सीनों का क्लीनिकल ट्रायल अलग-अलग चरणों में चल रहा है. इसमें ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनीका की वैक्सीन जिसका ट्रायल सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है और भारत बायोटेक इन दोनों की वैक्सीन के ट्रायल तीसरे चरण में है. सीरम इंस्टिट्यूट का ट्रायल तीसरे चरण के आखरी दौर में है. वहीं रूस की वैक्सीन स्पूतनिक दूसरा और तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो चुका है. इसके अलावा Zydus कैडिला की वैक्सीन का तीसरे चरण के ट्रायल जल्द शुरू हो जाएंगे. एक और वैक्सीन है जिसका पहले चरण का ट्रायल शुरू होने जा रहा है. जेनोवा नाम की कंपनी भी अपने ट्रायल शुरू कर रही है.


 


COVID-19 Vaccine: DCGI का बड़ा ऐलान, दो कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को दी मंजूरी

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